Sundernagar News: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर आपदा प्रबंधन में गंभीरता न बरतने का आरोप लगाया। वह सुंदरनगर में भूस्खलन पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सरकार के समय पर कदम न उठाने से नुकसान बढ़ रहा है। हाल में हुए भूस्खलन में सात लोगों की मौत हो गई थी।
जयराम ठाकुर ने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं हृदयविदारक हैं। प्रदेशभर में भारी बारिश के कारण लगातार आपदाएं हो रही हैं। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और एक-दूसरे की मदद करने की अपील की।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि चंबा जिले के भरमौर में मणिमहेश यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित नहीं की गई। मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। नतीजा यह हुआ कि कई श्रद्धालु फंस गए।
नेटवर्क ठप होने से प्रशासनिक टीम से संपर्क नहीं हो पाया। दस दिन बाद भी लोग वहां फंसे हुए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों में समन्वय की कमी है। समय पर संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को निकाला जाता तो हादसों को टाला जा सकता था।
भाजपा नेता ने कहा कि उनकी पार्टी मदद के लिए तैयार है। भाजपा कार्यकर्ता हर जगह मोर्चे पर तैनात हैं। वे पीड़ितों को राहत देने में लगे हैं। उन्होंने एनडीआरएफ और वायुसेना की सराहना की। एनडीआरएफ कुल्लू में दस मिनट के भीतर पहुंची और तीन लोगों की जान बचाई।
जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार से आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीरता दिखाने की मांग की। उन्होंने प्रशासनिक तंत्र में समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। उनके साथ सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल और त्रिलोक जम्बाल भी मौजूद रहे। इंद्र सिंह गांधी ने भी इस दौरान पीड़ितों से बातचीत की।
