Himachal News: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपना तीन माह का वेतन दान दिया है। उन्होंने मंगलवार को बालीचौकी में आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की। इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला।
ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार आपदा प्रबंधन में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार संकट की इस घड़ी में जिम्मेदारी से भाग रही है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यों की सराहना की।
इस कार्यक्रम के दौरान जयराम ठाकुर ने 74 आपदा पीड़ितों को राहत राशि के चेक वितरित किए। इस मौके पर भाजपा मंडलाध्यक्ष मुकेश ठाकुर और पंचायत समिति अध्यक्ष शेर सिंह सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया।
प्रदेश में विकास कार्यों पर हमला
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पूरे हिमाचल प्रदेश में विकास का पहिया थम गया है। उन्होंने बताया कि एक काम के लिए तीन-तीन बार टेंडर निकल रहे हैं। फिर भी कोई ठेकेदार काम लेने के लिए आगे नहीं आ रहा है। इससे विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
ठाकुर ने कहा कि आपदा को चार महीने बीत जाने के बाद भी कई प्रभावित इलाकों में सरकार का कोई मंत्री नहीं पहुंचा। लोगों को अभी तक उचित राहत नहीं मिल पाई है। बेघर हुए लोगों को भीषण सर्दी में भी दूसरों के घरों में शरण लेनी पड़ रही है।
उन्होंने वर्ष 2023 की आपदा का जिक्र करते हुए कहा कि तब भी सरकार ने खजाना खाली होने का बहाना बनाया था। इससे लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में काम करने की इच्छा शक्ति की कमी है।
धारा 118 मामले पर सरकार को घेरा
जयराम ठाकुर ने धारा 118 में संशोधन के प्रयासों पर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार इस धारा में सरलीकरण के नाम पर प्रदेश के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। भाजपा इसका पुरजोर विरोध करेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश को “बिकाऊ” नहीं होने देगी। लोगों ने कांग्रेस को प्रदेश के भले के लिए सत्ता सौंपी थी। पर सरकार अपने वादों से भटक गई है। भाजपा प्रदेश के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी।
जयराम ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोल देते थे। वर्तमान मुख्यमंत्री उनके एकदम विपरीत हैं। व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाली सरकार जनता से दूर होती जा रही है।
राहत कार्यों में देरी की आलोचना
भाजपा नेता ने कहा कि आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत मिलनी चाहिए थी। चार महीने बाद भी कई लोगों को पूरी सहायता नहीं मिल पाई है। सरकारी तंत्र धीमी गति से काम कर रहा है। इससे लोगों को अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हर स्तर पर सरकार की कमियों को उजागर करेगी। पार्टी आपदा पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी। जयराम ठाकुर ने अपने वेतन का दान देकर एक उदाहरण पेश किया है।
इस राजनीतिक घटनाक्रम ने हिमाचल की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिल रही है। आपदा राहत कार्यों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है।
