New Delhi News: कांग्रेस महासचिव Jairam Ramesh ने राज्यसभा में बीजेपी पर करारा हमला बोला है। उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और मुस्लिम लीग के गठबंधन का इतिहास याद दिलाया। रमेश ने आरोप लगाया कि संसद में ‘वंदे मातरम’ पर बहस का असली मकसद पंडित नेहरू को बदनाम करना है। उन्होंने बीजेपी को ऐतिहासिक तथ्यों के साथ घेरा।
Jairam Ramesh ने राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर चल रही चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम को अपनाने का फैसला सामूहिक था। इसमें महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और गुरुदेव टैगोर शामिल थे। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने देश के सांप्रदायिक माहौल को देखते हुए यह निर्णय लिया था।
टैगोर के लेख का दिया हवाला
कांग्रेस नेता ने अपनी बात साबित करने के लिए गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि टैगोर ने ‘आनंद बाजार पत्रिका’ में एक लेख लिखा था। इसमें पुष्टि की गई थी कि कांग्रेस ने राष्ट्रगीत पर उनके सुझाव को मान लिया था। Jairam Ramesh ने कहा कि बीजेपी आज इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी और मुस्लिम लीग का गठबंधन
Jairam Ramesh ने बीजेपी को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुराने फैसलों की याद दिलाई। उन्होंने संसद में कुछ कड़वे ऐतिहासिक तथ्य रखे:
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी की हिंदू महासभा ने बंगाल में फजलुल हक के साथ सरकार बनाई थी।
- फजलुल हक वही व्यक्ति थे जिन्होंने 1940 में पाकिस्तान का प्रस्ताव पेश किया था।
- हिंदू महासभा ने सिंध और उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत में भी मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन किया था।
रमेश ने कहा कि इन तथ्यों के बावजूद बीजेपी नेहरू पर तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी और जसवंत सिंह द्वारा जिन्ना की तारीफ करने का भी जिक्र किया।
स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रही बीजेपी
कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि वंदे मातरम कांग्रेस के हर अधिवेशन में गाया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ नेहरू का नहीं, बल्कि सभी महापुरुषों का अपमान कर रही है। गांधी, पटेल, बोस और पंत जैसे नेताओं ने राष्ट्रगीत के मौजूदा स्वरूप पर एक राय बनाई थी। बीजेपी आज उन सभी की सोच पर सवाल उठा रही है।