Himachal News: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आपदा में पांच सौ लोगों की जान गई और हजारों लोग बेघर हुए हैं। इसके बावजूद सरकार अपने तीन साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रही है। उन्होंने इस कार्यक्रम को तुरंत रद्द करने की मांग की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा से हजारों बीघा फसल और हजारों पशुओं की मौत हुई है। सरकार अभी तक हर पीड़ित तक राहत नहीं पहुंचा पाई है। उन्होंने सुक्खू सरकार के तीन साल के कार्यकाल को नाकामी और निराशा से भरा बताया। उनके अनुसार सरकार को जश्न के बजाय राहत कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।
केंद्र सरकार ने दी है पूरी मदद
पूर्व मुख्यमंत्रीने कहा कि केंद्र सरकार ने आपदा में हिमाचल की हर संभव सहायता की है। सेना, एनडीआरएफ और वायु सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। वर्ष 2023 से अब तक आपदा राहत के लिए 5500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि दी गई है। एनडीआरएफ और एनडीएमएफ के तहत 225 करोड़ रुपये अग्रिम रूप से दिए गए।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार आपदा प्रभावितों को 400 करोड़ रुपये की धनराशि भी नहीं दे पाई है। जबकि सरकार ने 4500 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री से केंद्र द्वारा भेजे गए 5500 करोड़ रुपये का हिसाब देने की मांग की।
पीएम मोदी के वादे पर जताया भरोसा
जयराम ठाकुर नेकहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 1500 करोड़ रुपये देने का वादा पत्थर की लकीर है। हिमाचल प्रदेश को इस घोषणा की हर पाई मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पहली बार हिमाचल में आपदा का जायजा लेने आए। नरेंद्र मोदी की गारंटी पर पूरा देश भरोसा करता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं से अपील की कि यदि उनमें लज्जा बची है तो जश्न का कार्यक्रम रद्द करें। दिल्ली से बड़े नेताओं को बुलाने के बजाय आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम करें। उन्होंने कहा कि यह समय जश्न मनाने का नहीं बल्कि लोगों की मदद करने का है।
