शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

जबलपुर पुलिस: ‘दूध शाकाहार नहीं है’ वाले विवादास्पद पोस्टर लगाने वाले तीन युवक गिरफ्तार

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Madhya Pradesh News: जबलपुर के गौरीघाट क्षेत्र में एक विवादास्पद पोस्टर ने बड़ा हड़कंप मचाया। पोस्टर पर ‘दूध शाकाहार नहीं है’ का भड़काऊ संदेश लिखा था। शनिवार रात पुलिस ने तीन युवकों को पोस्टर चिपकाते हुए पकड़ लिया। करीब 50 पोस्टर जब्त किए गए। यह कार्रवाई देर रात एक से दो बजे के बीच हुई।

पुलिस ने बताया कि पोस्टर लगाने वालों के पास नगर निगम की कोई अनुमति नहीं थी। युवक भोपाल की एक विज्ञापन एजेंसी के लिए काम कर रहे थे। पोस्टर पर यूट्यूब चैनल ‘मां का दूध’ का भी जिक्र था। इससे विवाद और बढ़ गया।

बिना अनुमति पोस्टर लगाने पर कार्रवाई

थाना प्रभारी सुभाषचंद्र बघेल और सीएसपी महादेव नगोतिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि तीन युवक हाथी वाहन से पोस्टर उतार रहे हैं। युवक सड़क किनारे पोस्टर चिपका रहे थे। पुलिस ने जब अनुमति के दस्तावेज मांगे तो वे कुछ नहीं दिखा सके।

पूछताछ में पता चला कि युवक भोपाल के कोलार इलाके के रहने वाले हैं। उन्हें विपुल पांडे नामक व्यक्ति ने यह काम दिया था। विपुल प्रिंस इंटरप्राइजेस नामक कंपनी के मालिक हैं। युवकों ने इससे पहले भी शहर में पोस्टर लगाने का काम किया था।

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पोस्टर की सामग्री ने बढ़ाया विवाद

पोस्टर पर अंग्रेजी और हिंदी में संदेश लिखा था। इसमें दावा किया गया था कि दूध शाकाहार नहीं है। साथ ही भारत को बीफ का बड़ा निर्यातक बताया गया था। पोस्टर पर यूट्यूब चैनल देखने का भी सुझाव दिया गया था।

पोस्टर पर किसी संस्था या प्रकाशक का नाम नहीं था। इससे इसकी प्रामाणिकता पर सवाल उठे। पुलिस का मानना है कि यह जानबूझकर किया गया था। ऐसे संदेशों से सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा था।

दीपोत्सव आयोजन को देखते हुए संवेदनशीलता

पुलिस ने बताया कि गौरीघाट पर रविवार शाम को दीपोत्सव का आयोजन होना था। इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल होने वाले थे। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। ऐसे में भड़काऊ पोस्टर लगाना गंभीर मामला बन गया।

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पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके से पोस्टर हटवा दिए। विज्ञापन एजेंसी की भूमिका की जांच शुरू कर दी गई। इस घटना ने प्रशासन की चौकसी बढ़ा दी है। आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय किए जा रहे हैं।

भोपाल कनेक्शन की जांच

गिरफ्तार युवकों में से एक राजेश अहिरवार ने पूछताछ में जानकारी दी। उसने बताया कि विपुल पांडे ने उन्हें यह काम दिया था। पांडे की कंपनी प्रिंस इंटरप्राइजेस भोपाल में है। युवकों को विशेष रूप से जबलपुर भेजा गया था।

पुलिस भोपाल स्थित कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रही है। बिना अनुमति पोस्टर लगाना कानूनन अपराध है। सार्वजनिक स्थान पर भड़काऊ संदेश लगाना और भी गंभीर मामला है। पुलिस हिरासत में लिए गए सभी युवकों से पूछताछ जारी रखे हुए है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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