International News: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर पूर्ण नियंत्रण की योजना बनाई। गुरुवार को सुरक्षा कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दी। हमास ने इसे बंधकों के लिए खतरनाक बताया। संयुक्त राष्ट्र ने नागरिकों पर विनाशकारी प्रभाव की चेतावनी दी। यह कदम 8 अगस्त 2025 को सामने आया। नेतन्याहू का कहना है कि यह हमास को खत्म करने के लिए जरूरी है।
नेतन्याहू का गाजा पर कब्जे का दावा
नेतन्याहू ने कहा कि गाजा पर नियंत्रण हमास को खत्म करेगा। उन्होंने बंधकों को छुड़ाने का दावा किया। इजरायली सेना पहले से 75% गाजा को नियंत्रित करती है। नेतन्याहू ने कहा कि गाजा को गैर-हमास शासन को सौंपेंगे। फॉक्स न्यूज पर उन्होंने इसे सुरक्षा के लिए जरूरी बताया। लेकिन सेना प्रमुख और कुछ मंत्री इससे असहमत हैं। इस योजना पर विवाद बढ़ रहा है।
हमास की कड़ी चेतावनी
हमास ने नेतन्याहू की योजना को खतरनाक बताया। समूह ने कहा कि यह बंधकों को कुर्बान करने जैसा है। हमास ने इसे नरसंहार और विस्थापन की नीति करार दिया। गुरुवार को जारी बयान में हमास ने चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यह कदम शांति वार्ता को प्रभावित करेगा। हमास ने इजरायल पर साजिश का आरोप लगाया। यह बयान क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा पर कब्जे की योजना को चेतावनी दी। यूएन ने कहा कि यह नागरिकों और बंधकों के लिए खतरनाक है। ब्रिटिश राजदूत ने इसे बड़ी भूल बताया। अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने कहा कि फैसला इजरायल पर छोड़ते हैं। उन्होंने फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन का विरोध किया। सीबीएस इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट रुख रखा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर बंटा हुआ है।
गाजा में सैन्य योजना
इजरायली सेना गाजा सिटी पर नियंत्रण की तैयारी कर रही है। योजना में 10 लाख निवासियों को दक्षिण भेजना शामिल है। सेना मध्य गाजा के शरणार्थी शिविरों पर भी कब्जा करेगी। वहां बंधकों को रखे जाने की आशंका है। हजारों सैनिकों को तैनात करने की योजना है। इजरायली मीडिया ने इसकी जानकारी दी। यह कदम क्षेत्र में युद्ध को और भड़का सकता है।
गाजा की स्थिति
गाजा की अधिकांश आबादी पहले से विस्थापित है। युद्ध ने लाखों लोगों को बेघर किया। पूर्ण कब्जे से और लोग विस्थापित होंगे। नेतन्याहू का दावा है कि यह स्थायी समाधान देगा। लेकिन विशेषज्ञों ने मानवीय संकट की चेतावनी दी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में बुनियादी सुविधाएं चरमरा गई हैं। लोग भोजन और पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
सेना और सरकार में मतभेद
इजरायली सेना प्रमुख नेतन्याहू की योजना से सहमत नहीं हैं। कुछ मंत्रियों ने भी इसका विरोध किया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सेना को मानवीय नुकसान की चिंता है। नेतन्याहू ने इसे अनदेखा किया। उन्होंने कहा कि यह इजरायल की सुरक्षा के लिए जरूरी है। यह मतभेद सरकार में तनाव पैदा कर रहे हैं। लोग अब नेतन्याहू के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं।
भविष्य की आशंकाएं
गाजा पर कब्जे से युद्ध और तीव्र हो सकता है। हमास ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। संयुक्त राष्ट्र ने शांति की अपील की। विशेषज्ञों का कहना है कि यह क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित करेगा। नेतन्याहू का कहना है कि वे लक्ष्य हासिल करेंगे। लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। गाजा का भविष्य अनिश्चित है। लोग अब शांति की उम्मीद खो रहे हैं।
