कानपुर: कानपुर के एक स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना कराए जाने को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया। अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस अधिकारियों ने अभिभावकों और स्कूल प्रशासन से बात और मामले को शांत कराया। प्रार्थना में कलमा पढ़ने को लेकर स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। इस मामले में एसीपी निशांक शर्मा ने कहा, “आज हम यहां मौके पर आए हैं। परसों इसमें आदेश दिया था कि अब कोई प्रार्थना नहीं की जाएगी, सिर्फ राष्ट्रगान किया जाएगा। निर्देश मिलने पर आगे कार्रवाई की जाएगी।”
क्या है पूरा मामला ?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कानपुर के सीसामऊ क्षेत्र में स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को प्रार्थना के दौरान ‘ला इलाहा इल्ला मोहम्मद रसूल अल्लाह’ पढ़ाया जा रहा था। बताया गया कि छोटे-छोटे बच्चे इस प्रार्थना को अपने घर में भी दोहराने लगे। अभिभावकों ने बच्चों से पूछा तो पता चला कि उन्हें ये स्कूल में जबरन पढ़ाया जाता है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें डांटा भी जाता है। परिजनों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना है कि उन्हें इस्लामिक प्रार्थना से कोई एतराज नहीं है, लेकिन बच्चों को बताया जा रहा है कि जो कुछ भी है अल्लाह है, अल्लाह के अलावा कोई नहीं है, इस बात को लेकर उन्हें एतराज है। हंमामे के बाद प्रिंसिपल ने कहा – अब सिर्फ राष्ट्रगान गाया जा रहा है
उधर, स्कूल प्रबंधन का कहना है कि उनके स्कूल में चारों धर्मों की प्रार्थनाएं कराई जाती हैं। पिछले कई सालों से ये प्रार्थना कराई जा रही है, लेकिन पहले कभी लोगों ने कोई एतराज नहीं किया। स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा, ”हम सभी धर्मों से प्रार्थना करते हैं चाहे वह हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख और ईसाई धर्म हो। चूंकि माता-पिता ने इस्लामिक प्रार्थना पर आपत्ति जताई, हमने इसे रोक दिया है और केवल राष्ट्रगान गाया जा रहा है।” एसीपी निशंक शर्मा का कहना है कि मामला सामने आया कि एक स्कूल में छात्रों को इस्लाम धर्म की कुछ पंक्तियां सुनाने के लिए कहा गया। हमने स्कूल एडमिन से बात की, उन्होंने बताया कि उन्होंने सभी धर्मों की नमाज पढ़ी। आपत्ति होने के बाद उन्होंने करना बंद कर दिया।