Moscow News: पश्चिमी देशों के कड़े प्रतिबंधों और चेतावनियों को दरकिनार करते हुए रूस (Russia) और ईरान की साझेदारी ने अंतरिक्ष में एक नई इबारत लिख दी है। रविवार को रूस के शक्तिशाली सोयुज रॉकेट ने ईरान के तीन उपग्रहों को सफलतापूर्वक उनकी कक्षा में स्थापित कर दिया। इस लॉन्च के साथ ही अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित इन दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग और भी गहरा हो गया है।
कौन से हैं ये तीन उपग्रह?
सफलतापूर्वक लॉन्च किए गए इन ईरानी उपग्रहों के नाम ‘पाया’ (Paya), ‘जफर-2’ (Zafar-2) और ‘कौसर’ (Kowsar) हैं। हाल के वर्षों में ईरान अपने उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए रूस पर काफी निर्भर हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक, इन तीनों नए उपग्रहों का मुख्य उद्देश्य कृषि प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधनों की खोज और पर्यावरण की निगरानी में मदद करना है।
प्रतिबंधों के बावजूद वैज्ञानिकों का कमाल
रूस में ईरान के राजदूत काजेम जलाली ने इस सफलता पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और धमकियों के बावजूद, इन उपग्रहों को पूरी तरह से ईरानी वैज्ञानिकों द्वारा ही डिजाइन और निर्मित किया गया है। जलाली ने तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्चिमी देशों द्वारा उठाए गए कदमों का भी कड़ा जवाब दिया।
खुफिया सहयोग पर बड़ा इशारा
राजदूत जलाली ने दोनों देशों के बीच गहरे होते रिश्तों पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “हम रूस के साथ विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं। इनमें से कुछ क्षेत्र तो दुनिया के सामने स्पष्ट हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी क्षेत्र हैं जिनके बारे में हम फिलहाल कोई स्पष्टीकरण नहीं देना चाहते।” यह बयान दोनों देशों के बीच चल रहे गुप्त रणनीतिक सहयोग की ओर इशारा करता है।
