शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

आईपीएस सुसाइड केस: डीजीपी समेत 13 अधिकारियों के खिलाफ SC ST ACT में FIR, सुसाइड नोट में लिखे थे नाम

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Haryana News: हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या का मामला तेजी से बढ़ रहा है। चंडीगढ़ पुलिस ने उनके सुसाइड नोट में नाम लिखे गए हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत 12 से 13 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आबेटमेंट ऑफ सुसाइड और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

पूरण कुमार ने अपने सुसाइड नोट में डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसएसपी समेत कुल 13 अधिकारियों के नाम लिखे थे। सेक्टर-11 थाना पुलिस ने इसी नोट को आधार बनाकर कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है और मामले की तहकीकात जारी है।

इस मामले में राजनीतिक स्तर पर भी हलचल देखने को मिली। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी बुधवार को पूरण कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी कुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। सीएम करीब 45 मिनट तक उनके साथ रुके और शोक जताया। इस दौरान वरिष्ठ आईएएस राजेश खुल्लर भी मौजूद रहे।

आईएएस अमनीत पी कुमार ने साफ कह दिया था कि जब तक आरोपी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं हो जाता, वह अपने पति का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगी। पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद ही अब मामले में आगे की कार्रवाई संभव हो सकेगी।

सुसाइड नोट में क्या था खास

पुलिस जांच में पता चला है कि सुसाइड नोट में किसी तात्कालिक घटना या निजी झगड़े का जिक्र नहीं है। इससे संकेत मिलता है कि अधिकारी ने अपने अंतिम कदम के पीछे किसी अचानक हुए तनाव को जिम्मेदार नहीं बताया। घटनास्थल से अधिकारी का सुसाइड नोट उनकी जेब में मिला था।

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हालांकि, जांच टीम को घर में उनका लैपटॉप नहीं मिला। एक लैपटॉप उनकी बेटी का बताया गया। पुलिस ने मौके पर सीएफएसएल और फॉरेंसिक टीम के साथ पूरी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की है। अब सुसाइड नोट की लिखावट, तारीख और नोट में शामिल मामलों की विस्तृत जांच की जा रही है।

पूरण कुमार का विवादों में रहा था करियर

हरियाणा के दिवंगत वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार ने अपने करियर के दौरान सरकार, विभाग और सिस्टम पर कई बार सवाल उठाए थे। 2001 बैच के इस अधिकारी ने खुले तौर पर नियमों, पदोन्नति, पोस्टिंग और भेदभाव को लेकर शिकायतें दर्ज कराई थीं।

उन्होंने सरकार, प्रमुख सचिव, चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर अपनी बात रखी थी। उनकी आत्महत्या के कारणों की जांच में इन मामलों पर भी सवाल उठ सकते हैं। अभी यह पता लगाना बाकी है कि सुसाइड नोट में क्या इन मामलों से संबंधित लोगों के नाम भी शामिल हैं।

किन धाराओं में दर्ज हुआ है मामला

सेक्टर-11 थाना पुलिस ने सुसाइड नोट में नाम लिखे अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। इसमें धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) बीएनएस और 3(1)(आर) पीओए (एससी/एसटी) अधिनियम के प्रावधान शामिल हैं। ये धाराएं आबेटमेंट ऑफ सुसाइड और एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज की गई हैं।

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पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है और मामले की गहनता से छानबीन की जाएगी। आरोपियों में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की प्रक्रिया भी शुरू होने की उम्मीद है।

मामले में अब तक की जानकारी

आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार के सुसाइड नोट में पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह नोट उनकी मौत के बाद घटनास्थल से बरामद किया गया था। पुलिस इस नोट की प्रामाणिकता और इसमें दर्ज आरोपों की जांच कर रही है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए हर पहलू की गहन जांच की जा रही है। सुसाइड नोट में दर्ज सभी बिंदुओं और आरोपों की पुष्टि के लिए विस्तृत जांच प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

आगे की कार्रवाई

चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। अब आरोपियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। पुलिस जल्द ही सभी नामजद अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है और सबूत जुटाने का काम करेगी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तर पर जांच की मांग भी उठने की संभावना है। पूरण कुमार के परिवार वालों ने न्याय की मांग की है और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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