Business News: भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक नए आईपीओ की योजना बनाई है। बैंक अपनी सहायक कंपनी एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करेगा। इसके लिए बैंक कंपनी में अपनी 6.3 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगा। इस आईपीओ से बैंक को हजारों करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी।
एसबीआई के केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने 6 नवंबर को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। बैंक कुल 3 करोड़ 20 लाख 60 हजार इक्विटी शेयर बेचेगा। यह शेयर कंपनी की कुल हिस्सेदारी का 6.3007 प्रतिशत हिस्सा हैं। यह पूरी प्रक्रिया नियामक मंजूरियों के बाद ही पूरी होगी।
भारत की सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनियों में शुमार
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट भारत की प्रमुख म्यूचुअल फंड कंपनियों में से एक है। यह कंपनी एसबीआई म्यूचुअल फंड का संचालन करती है। यह एक संयुक्त उद्यम है जिसमें एसबीआई के पास 63 प्रतिशत हिस्सेदारी है। फ्रांस की अमुंडी एसेट मैनेजमेंट के पास 37 प्रतिशत हिस्सा है।
वित्तीय वर्ष 2025 के अंत तक कंपनी का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 8.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। कंपनी के पास 80 लाख से ज्यादा सक्रिय निवेशक हैं। उनकी 250 से अधिक फंड स्कीमें चल रही हैं। निवेशक आधार और स्कीम मूल्य दोनों में कंपनी शीर्ष पर है।
बैंक को मिलेगा फायदा
विश्लेषकों का मानना है कि इस आईपीओ से बैंक की पूंजी बफर स्ट्रेंथ बढ़ेगी। बैंक के पास मजबूत पूंजी का कवच तैयार होगा। आने वाले दिनों में बैंक की वैल्यूएशन और निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा। एसबीआई ने अभी तक आईपीओ का सटीक आकार नहीं बताया है।
यह डील 7000 से 8000 करोड़ रुपये तक की वैल्यूएशन पर हो सकती है। यह भारत की एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री का सबसे बड़ा आईपीओ बन सकता है। सबसे पहले आईपीओ का ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा किया जाएगा। सभी मंजूरियां मिलने के बाद लिस्टिंग 2026 की पहली छमाही में हो सकती है।
एसबीआई की अनलॉकिंग वैल्यू रणनीति
एसबीआई ग्रुप के लिए यह कदम बहुत महत्वपूर्ण है। बैंक ने पहले भी अपनी कई सहायक कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर बाजार से अच्छी रकम जुटाई है। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई कार्ड्स और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इसके उदाहरण हैं।
यह सब “अनलॉकिंग वैल्यू” की योजना का हिस्सा है। इसका मतलब है अपनी संपत्तियों का सही मूल्य बाजार में लाकर फायदा उठाना। यह आईपीओ न सिर्फ एसबीआई के लिए बल्कि पूरे म्यूचुअल फंड सेक्टर के लिए बड़ा मौका है। छोटे और बड़े निवेशक इस आईपीओ पर नजर बनाए हुए हैं।
निवेशकों के लिए अवसर
यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट देश की अग्रणी म्यूचुअल फंड कंपनियों में से एक है। कंपनी का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और विशाल निवेशक आधार है। इसकी वित्तीय स्थिति भी काफी मजबूत है।
निवेशकों को आईपीओ के ड्राफ्ट दस्तावेजों का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना चाहिए। उन्हें कंपनी के वित्तीय परिणामों और भविष्य की योजनाओं को समझना चाहिए। यह आईपीओ भारतीय पूंजी बाजार में एक महत्वपूर्ण घटना साबित हो सकता है।
