IPL 2026 Auction: आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी भारत के बजाय विदेश में आयोजित हो सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात का अबू धाबी इस दौड़ में सबसे आगे चल रहा है। नीलामी 14 दिसंबर को होने की उम्मीद है। फ्रेंचाइजियों को आधिकारिक जानकारी अभी नहीं दी गई है।
खिलाड़ियों की रिटेंशन की अंतिम तारीख 15 नवंबर निर्धारित की गई है। बीसीसीआइ इससे पहले आधिकारिक घोषणा कर सकता है। गल्फ देशों में नीलामी आयोजित करने की संभावना पर विचार किया जा रहा है। पिछली बार भी नीलामी विदेश में आयोजित हुई थी।
संभावित स्थलों की जानकारी
अबू धाबी के अलावा ओमान और कतर जैसे देश भी विचाराधीन हैं। मध्य पूर्व के देश आईपीएल नीलामी की मेजबानी के इच्छुक हैं। फ्रेंचाइजियों को अभी तक आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। हालांकि उन्हें इसके संकेत मिल चुके हैं।
आयोजन स्थल को लेकर रुख में बदलाव देखने को मिल रहा है। मौलिक रूप से नीलामी भारत में होनी थी। तकनीकी और लॉजिस्टिकल कारणों से स्थल बदला जा सकता है। अंतिम निर्णय आईपीएल गवर्निंग काउंसिल द्वारा लिया जाएगा।
नीलामी की तिथियां और कार्यक्रम
आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी 14 दिसंबर को प्रस्तावित है। 13 दिसंबर को संभावित अतिरिक्त दिन के रूप में चिन्हित किया गया है। नीलामी के दो दिन तक चलने की स्थिति में इस दिन का उपयोग हो सकता है। आधिकारिक कार्यक्रम अभी जारी नहीं किया गया है।
फ्रेंचाइजियों को 14 दिसंबर की तारीख पहले ही बता दी गई है। खिलाड़ियों की रिटेंशन और रिलीज सूचना 15 नवंबर तक जमा करनी होगी। इसके बाद नीलामी की तैयारियां अंतिम रूप लेंगी। सभी टीमें अपनी रणनीति तैयार कर रही हैं।
फ्रेंचाइजी की तैयारियां
सभी दस टीमें नीलामी की तैयारी में जुट गई हैं। खिलाड़ियों की रिटेंशन लिस्ट तैयार की जा रही है। टीम प्रबंधन बजट और जरूरतों के हिसाब से योजना बना रहे हैं। नए खिलाड़ियों की पहचान प्रक्रिया जारी है।
नीलामी विदेश में होने की स्थिति में टीमों को अतिरिक्त तैयारी करनी होगी। यात्रा और आवास की व्यवस्था करनी होगी। फ्रेंचाइजी मालिकों को आधिकारिक घोषणा का इंतजार है। वे इसके लिए तैयारी शुरू कर चुके हैं।
पिछले अनुभव और संभावनाएं
पिछली बार आईपीएल नीलामी विदेश में सफलतापूर्वक आयोजित हुई थी। इससे बोर्ड को विदेश में आयोजन का अनुभव मिल चुका है। गल्फ देशों में क्रिकेट के प्रति बढ़ती दिलचस्पी इसका कारण हो सकती है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिदृश्य में बदलाव भी प्रभाव डाल रहा है।
आईपीएल का वैश्विक विस्तार भी इस फ़ैसला को प्रभावित कर सकता है। विदेशी दर्शकों तक पहुंच बढ़ाना एक उद्देश्य हो सकता है। बीसीसीआइ की वाणिज्यिक रणनीति भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अंतिम फैसला जल्द ही अपेक्षित है।
