शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव: ब्रह्मसरोवर में छाई विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक छटा

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Haryana News: कुरुक्षेत्र का ब्रह्मसरोवर इन दिनों विभिन्न राज्यों के वाद्य यंत्रों की मधुर स्वर लहरियों से गूंज रहा है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 के प्रथम चरण में जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक के कलाकार अपनी लोक संस्कृति प्रस्तुत कर रहे हैं। दर्शकों ने ब्रह्मसरोवर के दक्षिण तट पर इन प्रस्तुतियों को सुनने और देखने के लिए भारी भीड़ जुटाई है।

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र पटियाला इस महोत्सव का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन ब्रह्मसरोवर के विभिन्न घाटों पर किया जा रहा है। कलाकार अपने पारंपरिक नृत्य और लोक गीतों के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं।

विविध राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ

जम्मू-कश्मीर के कलाकार राउफ नृत्य पेश कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की टीम कुल्लू नाटी का मनमोहक प्रदर्शन कर रही है। राजस्थान के कलाकार गाथा गायन और गुदुम बाजा की प्रस्तुति दे रहे हैं।

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उत्तराखंड के कलाकार छपेली और शामी नृत्यों से दर्शकों को लुभा रहे हैं। पंजाब का लुडी नृत्य युवाओं में विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहा है। उत्तर प्रदेश की करमा और राई नृत्य शैलियाँ भी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

राजस्थान की कच्ची घोड़ी की धूम

एनजेडसीसी के अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी राजस्थान के कच्ची घोड़ी कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। जब यह समूह अपना नृत्य शुरू करता है तो युवाओं की भारी भीड़ जमा हो जाती है।

कच्ची घोड़ी की प्रस्तुति शिल्प और सरस मेले में विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके कलाकारों का कौशल दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। स्टिक वॉकर कलाकारों ने भी इस साल महोत्सव की शोभा बढ़ाई है।

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रक्तदान शिविर की सेवाएं जारी

यूथ ब्लड डोनेशन सोसाइटी द्वारा बूथ नंबर 747 पर रक्त और स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। डीएनटी बोर्ड के चेयरमैन जयसिंह पाल ने मुख्य अतिथि के रूप में इस शिविर का उद्घाटन किया।

उन्होंने स्वयं रक्तदान कर सेवा का संदेश दिया। यह शिविर हर साल की तरह इस बार भी लगाया गया है। दानदाताओं ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

महोत्सव में आए दर्शक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले रहे हैं। ब्रह्मसरोवर का पूरा परिसर संगीत और नृत्य की गूंज से सराबोर है। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित कर रहा है।

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