Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित अखिल भारतीय मुस्लिम महासम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने हिस्सा लिया। उन्होंने देश में सामाजिक सद्भाव और एकजुटता पर जोर दिया। उनके भाषण का मुख्य आधार त्योहारों के मौसम में शांति और भाईचारे का वातावरण बनाए रखना था। इस अवसर पर सभी लोगों ने इस संकल्प को बनाए रखने का वादा किया।
इंद्रेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि देश की सबसे बड़ी आवश्यकता एकता है। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को धर्म, जाति, भाषा या प्रदेश से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। उनका संदेश एक कौम, एक वतन, एक झंडा और एक संविधान के प्रति निष्ठा का था। उन्होंने लोगों से नेक बनने और मिलजुल कर देश को मजबूत बनाने का आह्वान किया।
अल्पसंख्यक सुरक्षा और घुसपैठ का मुद्दा
इंद्रेश कुमार ने पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे को उठाया। उन्होंने मांग की कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की गारंटी दी जाए। उन पर हो रहे अत्याचारों को तुरंत बंद किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने दोनों देशों की सीमाओं पर शांति बनाए रखने पर भी जोर दिया। यह बयान काफी चर्चा का विषय बना रहा।
घुसपैठ की समस्या पर उन्होंने एक अलग ही राय रखी। उनका सुझाव था कि भारत में मौजूद घुसपैठियों को विभिन्न मुस्लिम देशों में बसाया जाए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम देशों को इस मामले में आगे आना चाहिए। इससे समस्या का एक बड़ा हल निकल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत भी अपनी तरफ से कुछ जिम्मेदारी ले सकता है।
देश के विकास का सपना
इंद्रेश कुमार ने एक मजबूत और प्रगतिशील भारत के सपने को साझा किया। उन्होंने देश को नशा मुक्त, गंगा मुक्त और शिक्षित बनाने की बात कही। उनका लक्ष्य एक सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त राष्ट्र का निर्माण करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारी जड़ें इसी देश में हैं। हम विदेशी नहीं बल्कि देसी हैं। हमारी संस्कृति और डीएनए भारतीय है।
सम्मेलन में उपस्थित लोगों ने इंद्रेश कुमार के विचारों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम ने सामुदायिक सद्भाव की दिशा में एक सकारात्मक संवाद का मार्ग प्रशस्त किया। यह आयोजन राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने वाला साबित हुआ। दिल्ली में हुए इस सम्मेलन ने एक नई राजनीतिक और सामाजिक बहस को जन्म दिया है।
