Indore News: इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में एक बारह वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई है। चार नाबालिग लड़कों ने गरबा देखकर लौट रही बच्ची को अपना निशाना बनाया। यह घटना 27 सितंबर की रात लगभग ग्यारह बजे घटित हुई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया है।
बच्ची के शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार हो गए। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह अपनी सहेली के साथ गरबा देखने गई थी। रात में घर लौटते समय सहेली रास्ते में ही अपने घर चली गई। इसके बाद बच्ची अकेली ही घर की ओर जा रही थी।
घटना का विस्तार
पीड़िता पंचायत भवन के पास से गुजर रही थी। तभी चार नाबालिग लड़कों ने उसे रोक दिया। आरोपियों में से एक लड़का बच्ची को जानता था। उसकी आवाज सुनकर बच्ची रुक गई। मौके का फायदा उठाकर चारों लड़कों ने बच्ची का मुंह और हाथ दबा दिया। उन्होंने उसे जबरदस्ती पंचायत भवन की ओर खींचना शुरू किया।
लड़कों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। वे अपनी नापाक हरकतों में सफल होते इससे पहले ही रास्ते से कुछ महिलाओं के गुजरने की आवाज आई। इस आवाज को सुनकर बच्ची ने हिम्मत जुटाई और जोर-जोर से शोर मचाना शुरू कर दिया।
आरोपियों का भागना और पुलिस कार्रवाई
बच्ची के शोर मचाते ही चारों आरोपी घबरा गए। वे उसे छोड़कर मौके से भाग खड़े हुए। डरी-सहमी बच्ची किसी तरह अपने घर पहुंची। उसने अपनी मां को पूरी घटना के बारे में बताया। परिवार ने अगले दिन रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
तेजाजी नगर थाना पहुंचे परिजनों ने पुलिस को घटना की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की। चारों नाबालिग आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के साथ पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
नाबालिग आरोपियों की पहचान
पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। सभी आरोपी नाबालिग हैं और स्थानीय इलाके के रहने वाले हैं। जांच में पता चला है कि एक आरोपी पीड़िता का परिचित था। इसी ने बच्ची को रोककर बातचीत शुरू की थी। बाकी तीन आरोपियों ने मौके का फायदा उठाया।
पुलिस आरोपियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है। नाबालिग होने के कारण उन्हें जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है।
पीड़िता को मिल रही कानूनी सहायता
पीड़िता और उसके परिवार को कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। बच्ची का मनोवैज्ञानिक उपचार भी शुरू किया गया है। पुलिस ने परिवार को सुरक्षा और सहायता का आश्वासन दिया है। मामले की सुनवाई जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में होगी।
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना पर गंभीर चिंता जताई है। अधिकारियों ने कहा है कि ऐसे मामलों में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस की गंभीरता का परिचय इस मामले में त्वरित कार्रवाई से मिलता है।
