Madhya Pradesh News: इंदौर में एक बीएड छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक प्रदीप रावत ने आत्महत्या से पहले एक विस्तृत सुसाइड नोट लिखा था। इस नोट में उसने एक महिला ट्रैफिक आरक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट में लिखी गई बातें
23 वर्षीय प्रदीप रावत नेपांच पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था। इस नोट में उसने एक महिला ट्रैफिक आरक्षक के साथ अपने संबंधों का जिक्र किया है। छात्र ने लिखा कि वह साल 2017 से इस महिला आरक्षक को जानता था। उसने मानसिक तनाव और शादी को लेकर परेशानी का भी उल्लेख किया है।
महिला आरक्षक और एक अन्य व्यक्ति का नाम
सुसाइड नोट मेंमहिला आरक्षक के अलावा अनुराग प्रजापत नामक एक अन्य व्यक्ति का भी नाम आया है। प्रदीप ने लिखा कि इन दोनों के कारण वह गंभीर मानसिक तनाव में था। नोट में मोबाइल फोन में मौजूद फोटो और वीडियो का भी जिक्र किया गया है। पुलिस ने इस नोट को जब्त कर लिया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
अन्नपूर्णाथाना क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने सुसाइड नोट में नाम आई महिला आरक्षक से पूछताछ शुरू की है। अनुराग प्रजापत से भी पूछताछ की जाएगी।
मृतक की पारिवारिक पृष्ठभूमि
प्रदीप रावत मूल रूप सेबागटांडा का रहने वाला था। वह इंदौर में एक किराए के मकान में अकेला रहता था। वह बीएड की पढ़ाई कर रहा था। परिवार वाले इस घटना से सदमे में हैं। पुलिस ने परिवार के सदस्यों से भी बातचीत की है। उनसे प्रदीप के व्यवहार और पिछले दिनों की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली गई है।
सुसाइड नोट में मोबाइल साक्ष्य का जिक्र
पुलिस केअनुसार सुसाइड नोट में मोबाइल फोन में मौजूद फोटो और वीडियो का उल्लेख किया गया है। जांचकर्ता अब इन डिजिटल साक्ष्यों की तलाश कर रहे हैं। मृतक के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का विश्लेषण किया जा रहा है। इससे घटना के कारणों और परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है।
महिला आरक्षक की भूमिका पर सवाल
इस मामलेने एक पुलिसकर्मी की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुसाइड नोट में महिला आरक्षक के नाम आने के बाद पुलिस विभाग सतर्क हो गया है। आंतरिक जांच के नियमों के तहत इस मामले की छानबीन की जा रही है। विभाग ने महिला आरक्षक को निलंबित नहीं किया है लेकिन उसकी ड्यूटी में बदलाव किया जा सकता है।
युवाओं में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
यह घटनाएक बार फिर युवाओं में बढ़ रही मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव और अवसाद के मामले युवा वर्ग में तेजी से बढ़ रहे हैं। समय पर परामर्श और मनोवैज्ञानिक सहायता न मिलने से स्थिति गंभीर हो जाती है। इस मामले में भी मानसिक तनाव एक प्रमुख कारक प्रतीत होता है।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस अब सुसाइड नोट मेंउल्लिखित सभी बातों की पड़ताल कर रही है। महिला आरक्षक और अनुराग प्रजापत से विस्तृत पूछताछ की जाएगी। डिजिटल साक्ष्य जुटाए जाएंगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
