शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

इंदौरा स्कूल कांड: हिंदी प्रवक्ता पर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ के गंभीर आरोप, पुलिस ने दर्ज किया पोक्सो केस

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Kangra News: इंदौरा उपमंडल के एक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आठ छात्राओं ने हिंदी विषय के एक प्रवक्ता पर छेड़छाड़ और अभद्र भाषा के इस्तेमाल के गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं ने साहस दिखाते हुए अपनी शिकायत स्कूल प्रबंधन के समक्ष रखी। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच के लिए अनुशासन समिति को निर्देश दिए। प्रारंभिक जांच में आरोपों को गंभीर पाए जाने पर मामला पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

इंदौरा पुलिस ने तुरंत आरोपी प्रवक्ता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी घटना के बाद से फरार है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें लगातार छापेमारी अभियान चला रही हैं। इस पूरे प्रकरण ने स्कूल परिसर और आसपास के इलाके में चिंता और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है।

थाना प्रभारी आशीष पठानिया ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि आरोपी की तलवारी जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पठानिया ने स्पष्ट किया कि छात्राओं की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे मामलों में किसी प्रकार की कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पुलिस पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए कार्रवाई कर रही है।

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स्कूल प्रबंधन ने जिस गंभीरता के साथ छात्राओं की शिकायत को लिया वह सराहनीय है। प्रबंधन ने तुरंत ही मामले को आंतरिक अनुशासन समिति के समक्ष उठाया। समिति ने गोपनीयता बनाए रखते हुए सभी पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए। जांच में आरोपों के आधार मिलने के बाद ही पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई। इस पारदर्शी प्रक्रिया ने छात्राओं के परिवारों में कुछ हद तक विश्वास पैदा किया है।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया

इस घटनाने स्थानीय निवासियों और अभिभावकों में गहरी नाराजगी पैदा की है। अभिभावकों ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ त्वरित और कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि स्कूल जैसा सुरक्षित वातावरण बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। ऐसी घटनाएं बच्चों के मनोबल और शिक्षा पर बुरा प्रभाव डालती हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद करने की अपील की है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामला गंभीर है। इस कानून के प्रावधान नाबालिगों के साथ यौन उत्पीड़न के मामलों में सख्त सजा सुनिश्चित करते हैं। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच में तेजी लाएगी। सबूतों के आधार पर अदालत में आरोप पत्र पेश किया जाएगा। पुलिस का दावा है कि उनके पास आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं जो जांच में मददगार साबित होंगे।

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शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी प्रवक्ता के खिलाऻ प्रशासनिक कार्रवाई भी शुरू हो गई है। विभाग की ओर से एक स्वतंत्र जांच समिति गठित की जा सकती है। नियमों के मुताबिक आरोपी को निलंबित किया जा सकता है। विभाग की प्राथमिकता स्कूलों में एक सुरक्षित और अनुकूल शैक्षणिक माहौल सुनिश्चित करना है। ऐसे किसी भी व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस घटना ने एक बार फिर स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षण संस्थानों में ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक मजबूत शिकायत निवारण तंत्र होना चाहिए। छात्राओं को ऐसी किसी भी घटना की सूचना तुरंत देने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। नियमित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने की आवश्यकता है। शिक्षकों के लिए भी आचरण संहिता के दिशा निर्देश स्पष्ट होने चाहिए।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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