National News: इंडिगो एयरलाइंस ने पिछले कुछ दिनों में 850 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी हैं। इससे हजारों यात्रियों की योजनाएं चौपट हो गई हैं। यात्री देश भर के विमानक्षेत्रों पर फंसे हुए हैं। विमानन मंत्रालय ने रविवार तक सभी प्रभावित यात्रियों को पूर्ण रिफंड देने का आदेश दिया है। इस पूरे मामले पर राजनीतिक बहस भी तेज हो गई है।
कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि सरकार ने पायलट सुरक्षा मानदंडों को कमजोर किया। साथ ही दो कंपनियों के एकाधिकार को बढ़ावा दिया। कांग्रेस ने इस स्थिति को सरकार द्वारा पैदा की गई आपदा करार दिया है। विपक्ष सरकार से इस मुद्दे पर जवाबदेही मांग रहा है।
लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने भी सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचना की। उन्होंने एक ट्वीट में यात्रियों से कहा कि चुपचाप हवाई अड्डे पर पड़े रहिए। सरकार से सवाल पूछकर देशद्रोही मत बनिए। उन्होंने लिखा कि सरकार आपको सही जगह पहुंचा कर ही दम लेगी। इस ट्वीट ने ऑनलाइन चर्चा को नया मोड़ दे दिया।
नेहा सिंह राठौर ने एक अन्य ट्वीट में एयरपोर्ट की तस्वीर साझा की। इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, ‘ए चौकीदार…बोला के जिम्मेदार।’ यह टिप्पणी सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित थी। प्रधानमंत्री मोदी अक्सर स्वयं को देश का चौकीदार कहते हैं। गायिका का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है।
इसके बाद नेहा ने एक वीडियो भी शेयर किया। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा कि रेलयात्री हों या विमानयात्री, नए भारत में सभी गमछा बिछाकर पड़े हैं। उनका आरोप है कि सरकार सभी के प्रति समान रूप से असंवेदनशील हो चुकी है। उन्होंने लोगों से सरकार से सवाल पूछने का आह्वान किया।
नेहा सिंह राठौर ने एक साक्षात्कार में अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की आलोचना करने के कारण उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री ही देश हैं। यदि प्रधानमंत्री देश के सेवक हैं तो सेवक की आलोचना क्यों नहीं की जा सकती।
इंडिगो एयरलाइंस ने उड़ान रद्द होने का कारण बताया है। कंपनी के अनुसार मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों और तकनीकी कारणों से यह समस्या उत्पन्न हुई। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि पायलटों की कमी और कंपनी के आंतरिक प्रबंधन में खामियां भी एक बड़ा कारण हैं। यह समस्या कई दिनों से जारी है।
विमानन मंत्रालय ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है। मंत्रालय ने एयरलाइन को तत्काल सभी प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने रिफंड संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यात्रियों को उनके टिकट की कीमत का पूरा पैसा वापस मिलना चाहिए।
यह घटना भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती है। इससे एयरलाइनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। यात्रियों का विश्वास डगमगा गया है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत नीतियों की आवश्यकता है। नियामक प्राधिकरण को सख्त कदम उठाने होंगे।
नेहा सिंह राठौर का मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जुड़ा है। उनके विरुद्ध दर्ज मुकदमे ने एक नई बहस छेड़ दी है। कई लोगों का मानना है कि सरकार की आलोचना करना देशद्रोह नहीं है। लोकतंत्र में सरकार से सवाल पूछना नागरिकों का मौलिक अधिकार है। इस मामले में न्यायालय का फैसला आना बाकी है।
इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों के रद्द होने का असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। व्यापारियों और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को नुकसान हुआ है। हवाई यातायात में व्यवधान से कई क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। इस संकट से निपटने के लिए एयरलाइन को अपनी योजना पर पुनर्विचार करना होगा। यात्रियों को त्वरित राहत मिलनी चाहिए।
