India News: जैश-ए-मोहम्मद के एक कमांडर ने स्वीकार किया है कि भारत के सैन्य ऑपरेशन में संगठन के प्रमुख मसूद अजहर का पूरा परिवार मारा गया है। मसूद इलियास कश्मीरी नामक इस कमांडर ने एक वीडियो बयान में इस तथ्य की पुष्टि की। भारत ने पहले ही दावा किया था कि उसके ऑपरेशन सिंदूर में अजहर के परिवार सहित कई आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए।
यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। उस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी। भारतीय सुरक्षा बलों ने इसके जवाब में पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
मुख्य आतंकी ठिकानों पर हमला
भारत द्वारा निशाना बनाए गए ठिकानों में बहावलपुर, कोटली और मुरीदके जैसे प्रमुख स्थान शामिल थे। ये स्थान लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ रहे हैं। पाकिस्तान ने भी अप्रत्यक्ष रूप से इन हमलों और नुकसान को स्वीकार किया है।
बहावलपुर शहर को जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख केंद्र माना जाता था। यहां स्थित जमिया मस्जिद सुभान अल्लाह से संगठन अपनी गतिविधियां चलाता था। भारत के ऑपरेशन में इस पूरे परिसर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
कमांडर का वीडियो बयान
मसूद इलियास कश्मीरी के वीडियो बयान में उसने कहा कि भारतीय सेना ने बहावलपुर में हमला करके अजहर के परिवार को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। उसने यह भी कहा कि वे दिल्ली, काबुल और कंधार से लड़ते-लड़ते सब कुछ कुर्बान कर चुके हैं। यह बयान संगठन की मानसिकता को दर्शाता है।
इससे पहले मई महीने में ही पाकिस्तानी मीडिया ने बताया था कि मसूद अजहर ने स्वीकार किया था कि उसके परिवार के दस सदस्य भारत के हमले में मारे गए हैं। अब संगठन के कमांडर के बयान से इसकी पुष्टि हो गई है।
आतंकी संगठन का इतिहास
जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना 2000 के दशक में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र ने इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया हुआ है। यह संगठन लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। इसके नेता मसूद अजहर पर कई आतंकी हमलों का आरोप है।
भारत का यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ उसकी सख्त रणनीति का हिस्सा है। सुरक्षा बलों ने बताया कि इस कार्रवाई से आतंकी संगठनों को गंभीर झटका लगा है। भविष्य में ऐसी कार्रवाई जारी रखने की योजना है।
