Shimla News: हिमाचल प्रदेश के दो सैनिकों ने एक अतुलनीय पर्वतारोहण उपलब्धि हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। भारतीय सेना के जवान संजय ठाकुर और बलवंत ठाकुर ने उत्तराखंड में स्थित माउंट मुकुट की 7,242 मीटर ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया। यह चढ़ाई अपने आप में बेहद खतरनाक मानी जाती है।
संजय ठाकुर ने यह सफलता बिना ऑक्सीजन सिलेंडर की सहायता के प्राप्त की। वह ठियोग उपमंडल के डरोल गांव के निवासी हैं। उनकी इस बहादुरी ने उन्हें एक विशेष स्थान दिलाया है। बिना ऑक्सीजन के इतनी ऊंचाई पर चढ़ना एक चुनौतीपूर्ण कार्य माना जाता है।
वहीं बलवंत ठाकुर इस पर्वत को फतह करने वाले हिमाचल के पहले पर्वतारोही बन गए हैं। हैरानी की बात यह है कि यह उनकी इसी चोटी पर दूसरी चढ़ाई है। बलवंत चौपाल उपमंडल के बगाहर चौकी गांव के रहने वाले हैं।
बलवंत ठाकुर ने अब तक दुनिया की 16 प्रमुख चोटियों पर सफलता पूर्वक चढ़ाई की है। इस विशेष अभियान की कमान उन्होंने स्वयं संभाली थी। वह बारहवीं बटालियन दी जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स की टीम के नेता थे।
इस सफलता ने हिमाचल प्रदेश को पर्वता रोहण के मानचित्र पर एक नई पहचान दी है। दोनों सैनिकों का समर्पण और साहस प्रशंसनीय है। उनकी इस उपलब्धि से पूरे राज्य में गर्व की भावना है।
यह कार नामा केवल एक व्यक्तिगत जीत नहीं है। यह भारतीय सेना के प्रशिक्षण और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। सेना ने इस उपलब्धि के लिए दोनों जवानों को बधाई दी है। उनकी सफलता युवाओं के लिए एक प्रेरणा बनेगी।
