Gujarat News: वडोदरा की एक फैशन छात्रा खुशी पठान ने भारतीय सेना के लिए एक क्रांतिकारी सोलर यूनिफॉर्म डिजाइन की है। यह यूनिफॉर्म सैनिकों के लिए चलते-फिरते उनके जरूरी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज करने में सक्षम है। इस नवाचार से दुर्गम इलाकों में तैनात जवानों को बहुत मदद मिलने की उम्मीद है।
सेना की एक बड़ी समस्या का समाधान
यह सोलर यूनिफॉर्म सैनिकों की बैटरी और पावर बैंक पर निर्भरता को कम करेगी। दूरदराज के और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में बिजली की सुविधा नहीं होती है। ऐसे में यह यूनिफॉर्म एक विश्वसनीय ऊर्जा स्रोत का काम करेगी। इससे सैनिकों की operational effectiveness बनी रहेगी।
कैसे काम करती है यह स्मार्ट यूनिफॉर्म
इस यूनिफॉर्म में हल्के और लचीले सोलर पैनल लगे हैं। ये पैनल धूप में रहने पर ऊर्जा पैदा करते हैं। इस ऊर्जा का उपयोग जीपीएस ट्रैकर, मोबाइल फोन और वॉकी-टॉकी जैसे उपकरणों को चार्ज करने के लिए किया जा सकता है। इससे सैनिक लगातार अपनी यूनिट और नेटवर्क से जुड़े रह सकते हैं।
छह महीने की मेहनत से तैयार हुआ डिजाइन
खुशी पठान ने इस प्रोजेक्ट पर फरवरी में काम शुरू किया था। इसे पूरा करने में उन्हें छह महीने का समय लगा। इस दौरान उन्होंने कई लोगों की राय ली। उन्होंने दस से बारह आम नागरिकों और चार से पांच सैन्य अधिकारियों का फीडबैक एकत्र किया। यह डिजाइन टेक्नोलॉजी और फैशन का बेहतरीन मेल है।
सेना के जवानों ने की तारीफ
इस innovation की खूबियों के बारे में जानकर सेना में तैनात लोग भी इसे सराह रहे हैं। यह यूनिफॉर्म मॉर्डन वारफेयर की जरूरतों के हिसाब से तैयार की गई है। यह आधुनिक युद्ध के लिए नवाचार, फैशन और प्रौद्योगिकी का एक अद्भुत संयोजन साबित हो सकती है। पूरे देश में इस चर्चा है।
