New Delhi News: भारत को गीदड़ भभकी देना बांग्लादेश के नेताओं को भारी पड़ गया है। Indian Army ने अब कड़ा रुख अपना लिया है। भारत ने बांग्लादेश सीमा पर अपनी सबसे घातक 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स भेज दी है। इस सख्त कदम से ढाका में घबराहट का माहौल है। जो नेता कल तक भारत के ‘चिकन नेक’ को काटने और सेवन सिस्टर्स को अलग करने की धमकी दे रहे थे, अब उनके होश उड़ गए हैं। भारत ने साफ कर दिया है कि वह बयानों से नहीं, बल्कि एक्शन से जवाब देता है।
बयानबाजी पड़ी भारी, बदली भारत की रणनीति
बांग्लादेश के कुछ कट्टरपंथी नेता अपनी घरेलू राजनीति चमकाने के लिए लगातार भारत विरोधी जहर उगल रहे थे। वे जनता को भड़काने के लिए युद्ध और नाकेबंदी की बातें कर रहे थे। उन्होंने यह मान लिया था कि भारत सिर्फ शांति की अपील करेगा। लेकिन Indian Army की तैयारी ने उनकी गलतफहमी दूर कर दी है। अब तक भारत मिजोरम और दक्षिण असम बॉर्डर को शांत मानता था। वहां सिर्फ घुसपैठ रोकने पर फोकस था। लेकिन अब भारत ने अपनी रणनीति पूरी तरह बदल दी है।
क्यों खास है 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स?
भारत ने सीमा पर 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स की एंट्री कराई है। यह कोई साधारण सैन्य टुकड़ी नहीं है। यह Indian Army की सबसे आक्रामक ‘ऑफेंसिव’ फोर्स है। इसे बचाव के लिए नहीं, बल्कि दुश्मन के इलाके में घुसकर हमला करने के लिए बनाया गया है। इसकी खासियत है:
- तेज और घातक हमला करने की क्षमता।
- पहाड़ी इलाकों में दुश्मन को रोकने में माहिर।
- रॉकेट आर्टिलरी और भारी हथियारों से लैस।
पाकिस्तान बॉर्डर वाला मॉडल अब बांग्लादेश सीमा पर
सूत्रों के मुताबिक, Indian Army ने मिजोरम और सिलचर सीमा क्षेत्र में तीन बटालियन कमांड ज़ोन तैयार कर लिए हैं। वहां फॉरवर्ड लॉजिस्टिक बेस बनाए जा रहे हैं। इसका मतलब है कि भारत ने अब बांग्लादेश सीमा को भी ‘फुल ऑपरेशनल थिएटर’ मान लिया है। ठीक वैसे ही, जैसे पाकिस्तान बॉर्डर पर तैयारी रहती है। बांग्लादेश की सेना इस बदलाव से चिंतित है। वे जानते हैं कि उनके नेताओं के बयानों ने उन्हें भारत की विशाल सैन्य ताकत के सामने लाकर खड़ा कर दिया है।
