Punjab News: भारतीय सेना विमानन ने पंजाब के पठानकोट जिले में बाढ़ के पानी में फंसे 22 सीआरपीएफ कर्मियों और तीन नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाया। यह साहसिक बचाव अभियान 27 अगस्त को माधोपुर हेडवर्क्स के पास चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थितियों में किया गया। सुबह 6 बजे हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी और सभी को सुरक्षित निकाल लिया।
निकासी के तुरंत बाद ढही इमारत
सभी लोगों को सुरक्षित निकालने के कुछ ही देर बाद वह इमारत पूरी तरह ढह गई जहां यह लोग शरण लिए हुए थे। इस घटना ने बचाव अभियान की समयबद्धता और सटीकता को उजागर किया। भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया।
बाढ़ की स्थिति और नदियों का उफान
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण सतलुज, ब्यास, उझ और रावी जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे पंजाब के पठानकोट, होशियारपुर, गुरदासपुर, कपूरथला, फाजिल्का, तरनतारन और फिरोजपुर जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
प्रशासन की तैयारियां
पठानकोट में अतिरिक्त उपायुक्त हरदीप सिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के कारण जल स्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास को निकासी केंद्र के रूप में चिन्हित किया है। लोगों को इन केंद्रों में स्थानांतरित किया जा रहा है और भोजन की उचित व्यवस्था की जा रही है।
सेना और स्थानीय प्रशासन का समन्वय
इस सफल बचाव अभियान में भारतीय सेना और स्थानीय अधिकारियों के बीच उत्कृष्ट समन्वय देखने को मिला। सेना की जीवन रक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और संकट की स्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता ने एक बार फिर अपना परिचय दिया है।
