World Cup 2023: अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में एक बार फिर विश्व विजेता बनने का सपना अधूरा रह गया. जैसे कि 20003 में 20 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टीम इंडिया को खिताबी मुकाबले में हराया था.
पैट कमिंस की कप्तानी में कंगारू टीम ने जोरदार प्रदर्शन किया और फाइनल में रोहित की पलटन को 6 विकेट से हार का स्वाद चखाया.
अपना सबकुछ झोंकने के बावजूद कप्तान रोहित टीम इंडिया के लिए आईसीसी का सूखा खत्म नहीं कर सके. आइए आपको बताते हैं कि किन पांच खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम का विश्व जीतने का सपना टूट गया।शुभमन गिल का बल्ला नहीं चला
शुभमन गिल का बल्ला नहीं चला
सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 80 रनों की शानदार पारी खेलने वाले शुबमन गिल खिताबी मुकाबले में बुरी तरह फ्लॉप रहे. भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को गिल से उम्मीद थी कि वह एक बार फिर कप्तान रोहित के साथ मिलकर भारतीय टीम को मजबूत शुरुआत देंगे, लेकिन यह युवा सलामी बल्लेबाज सिर्फ 4 रन ही बना सका.श्रेयस अय्यर ने किया निराश
श्रेयस अय्यर ने किया निराश
पिछले तीन मैचों में अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीत रहे श्रेयस अय्यर ने खिताबी मुकाबले में दिल भी तोड़ दिया। रोहित और गिल के पवेलियन लौटने के बाद भारतीय टीम को फाइनल में अय्यर से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह सिर्फ 4 रन बनाकर पवेलियन की ओर चल दिए।सूर्यकुमार ने भी तोड़ा दिल
सूर्यकुमार ने भी तोड़ा दिल
भारतीय फैंस को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबले में सूर्यकुमार यादव से शानदार पारी की उम्मीद थी. हालांकि पूरे टूर्नामेंट की तरह खिताबी मुकाबले में भी सूर्या बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके. जोश हेजलवुड ने सूर्या को महज 18 रन के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया.बेरंग दिखे मोहम्मद शमी
बेरंग दिखे मोहम्मद शमी
6 मैचों में 23 विकेट लेकर फाइनल मुकाबले में उतरे मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेरंग दिखे. शमी ने डेविड वॉर्नर को पवेलियन भेजकर मजबूत शुरुआत की, लेकिन इसके बाद कंगारू बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. शमी ने अपने सात ओवर के स्पेल में 47 रन खर्च किए और उनकी झोली में सिर्फ एक विकेट आया.
नहीं चला कुलदीप-जडेजा का जादू
वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में कुलदीप यादव और रवींद्र जड़ेजा की जोड़ी अपनी घूमती गेंदों का जादू नहीं दिखा पाई. कुलदीप ने 10 ओवर में 56 रन दिए और उनकी झोली में कोई विकेट नहीं आया. वहीं, जडेजा भी 43 रन देने के बावजूद कोई विकेट नहीं ले सके.