New Delhi News: भारत रूस के रिश्ते अब एक नए दौर में प्रवेश कर चुके हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नई दिल्ली यात्रा बेहद ऐतिहासिक रही। इस दौरान दोनों देशों ने सिर्फ रणनीतिक ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों से जुड़े कई बड़े फैसले लिए हैं। मोदी और पुतिन की मौजूदगी में शिक्षा, हेल्थ, मीडिया और समुद्री सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर मुहर लगी। भारत रूस ने आने वाले दशक के लिए अपनी साझेदारी का दायरा बढ़ा दिया है।
पर्यटकों के लिए वीजा पर बड़ी राहत
पुतिन के इस दौरे से पर्यटकों को बड़ी खुशखबरी मिली है। अब रूसी नागरिकों को 30 दिनों का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा मिलेगा। यह सुविधा पारस्परिक आधार पर दी जाएगी।
- इसके अलावा ग्रुप टूरिस्ट वीजा भी मुफ्त रहेगा।
- दोनों देशों ने अवैध या अनियमित प्रवासन (Migration) को रोकने के लिए एग्रीमेंट किया है।
- एक राज्य के नागरिक अब दूसरे राज्य में अस्थाई तौर पर काम कर सकेंगे।
हेल्थ और फूड सिक्योरिटी पर जोर
भारत रूस ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का संकल्प लिया है। दोनों देशों के स्वास्थ्य मंत्रालयों के बीच एक अहम समझौता हुआ है। इसके तहत मेडिकल एजुकेशन और साइंस के क्षेत्र में मदद बढ़ाई जाएगी। खाने की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं। भारत के FSSAI और रूस की उपभोक्ता संरक्षण एजेंसी ने खाद्य सुरक्षा पर हाथ मिलाया है।
समुद्र और ध्रुवीय क्षेत्रों में बढ़ेगा सहयोग
समुद्री सुरक्षा और व्यापार के लिए भी नए रास्ते खोले गए हैं। ध्रुवीय जल क्षेत्रों (Polar Waters) में जहाज चलाने के लिए खास ट्रेनिंग की जरूरत होती है। अब दोनों देश मिलकर अपने एक्सपर्ट्स को इसकी ट्रेनिंग देंगे। इसके लिए बंदरगाह और परिवहन मंत्रालयों ने समझौता किया है। भारत रूस के समुद्री बोर्ड भी अब मिलकर काम करेंगे।
मीडिया और प्रसारण में नई साझेदारी
सूचना और प्रसारण के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। भारत के प्रसार भारती ने रूस की दिग्गज मीडिया कंपनियों के साथ समझौते किए हैं।
- Gazprom-मीडिया होल्डिंग और प्रसार भारती के बीच प्रसारण सहयोग।
- नेशनल मीडिया ग्रुप और ‘BIG ASIA’ मीडिया ग्रुप के साथ एग्रीमेंट।
- ‘TV BRICS’ और ANO TV-Novosti के साथ भी एमओयू (MoU) साइन हुआ है।
शिक्षा और फर्टिलाइजर सेक्टर को बूस्ट
किसानों के लिए भी यह दौरा फायदेमंद रहा है। भारत की नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड और इंडियन पोटाश लिमिटेड ने रूस की ‘यूरालकेम’ (UralChem) के साथ समझौता किया है। इससे खाद की सप्लाई आसान होगी। शिक्षा के क्षेत्र में मुंबई यूनिवर्सिटी और मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी ने सहयोग बढ़ाया है। पुणे के डिफेंस इंस्टीट्यूट ने भी टॉम्स्क यूनिवर्सिटी के साथ एग्रीमेंट साइन किया है।
कस्टम और 2030 का रोडमैप
व्यापार को आसान बनाने के लिए सीमा शुल्क (Customs) नियमों में सहयोग बढ़ेगा। माल और वाहनों की जानकारी अब पहले ही साझा कर ली जाएगी। भारत रूस ने साल 2030 तक आर्थिक सहयोग बढ़ाने का एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया है। इसके अलावा रूस ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ (IBCA) में शामिल होने पर सहमत हो गया है। नई दिल्ली और मॉस्को के संग्रहालयों के बीच ‘India Fabric of Time’ प्रदर्शनी के लिए भी समझौता हुआ है।
