New Delhi News: भारत और अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी साझेदारी को और मजबूत किया है। दोनों देशों ने शनिवार को नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की। यह संयुक्त कार्य समूह (JWG) की 21वीं बैठक थी। India News के लिहाज से यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। दोनों पक्षों ने सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा की। अधिकारियों ने सभी तरह के आतंकी खतरों से मिलकर निपटने का संकल्प लिया।
लाल किले और पहलगाम हमले का जिक्र
बैठक में हाल ही में हुए आतंकी हमलों पर गंभीर चर्चा हुई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकी हमला हुआ था। इसके अलावा 10 नवंबर 2025 को नई दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोट हुआ। भारत और अमेरिका ने इन हमलों को जघन्य अपराध बताया। दोनों देशों ने कहा कि इन हमलों के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। न्याय के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे।
तकनीकी खतरों और फंडिंग पर वार
अधिकारियों ने आतंकवाद के बदलते स्वरूप पर चिंता जताई। आतंकियों द्वारा नई तकनीक और इंटरनेट के इस्तेमाल को रोकने पर बात हुई। टेरर फंडिंग के नए तरीकों को ब्लॉक करने की रणनीति बनी। दोनों देशों ने साइबर सुरक्षा को बढ़ाने पर सहमति जताई। महत्वपूर्ण सूचनाओं का आदान-प्रदान अब और तेजी से होगा। यह कदम सुरक्षा एजेंसियों को समय रहते खतरा पहचानने में मदद करेगा।
आतंकी संगठनों पर लगेगा प्रतिबंध
भारत और अमेरिका ने खूंखार आतंकी संगठनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आईएसआईएस (ISIS), अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 1267 के तहत इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात हुई। इसके तहत आतंकियों की संपत्ति फ्रीज करना और यात्रा पर रोक लगाना शामिल है। प्रॉक्सी संगठनों पर भी अब कड़ी नजर रखी जाएगी।
अगली बैठक अमेरिका में होगी
कानून व्यवस्था और न्यायिक सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। पारस्परिक कानूनी सहायता के मामलों को तेजी से निपटाया जाएगा। बैठक के अंत में भविष्य की रूपरेखा तय की गई। आतंकवाद विरोधी समूह की अगली बैठक अब अमेरिका में होगी। इसके लिए तारीख दोनों देशों की सुविधा के अनुसार तय की जाएगी।
