Sports News: भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है। एडिलेड में गुरुवार को हुए दूसरे वनडे में भारत की 2 विकेट से हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। सिडनी में होने वाले अंतिम मुकाबले में भारत पर वाइटवॉश का खतरा है।
यदि भारत तीसरा वनडे हारता है तो यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसका पहला वनडे वाइटवॉश होगा। फरवरी 2020 के बाद से भारत की यह घर से बाहर 13वीं द्विपक्षीय वनडे सीरीज है। इनमें से भारत ने 7 सीरीज हारी हैं और दो बार वाइटवॉश का सामना किया है।
भारत का खराब रिकॉर्ड
पिछले पांच वर्षों में भारत का द्विपक्षीय वनडे रिकॉर्ड चिंताजनक बना हुआ है। फरवरी 2020 के बाद से भारत ने 13 द्विपक्षीय वनडे सीरीज खेली हैं। इनमें से सात सीरीज में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। दो मौकों पर टीम को वाइटवॉश का सामना करना पड़ा।
वर्ष 2020 में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ वाइटवॉश झेलना पड़ा था। 2021-22 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी टीम को क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरी वाइटवॉश की आशंका बन गई है।
सिडनी में भारत का खराब प्रदर्शन
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर भारत का वनडे रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है। इस मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 19 वनडे मुकाबले हुए हैं। इनमें से ऑस्ट्रेलिया ने 16 मैच जीते हैं जबकि भारत केवल दो मैच जीत पाया है।
एक मैच का कोई परिणाम नहीं निकला। यह आंकड़ा भारत के लिए चिंता बढ़ाने वाला है। सिडनी में भारत की जीत का प्रतिशत मात्र 10.53 रहा है। इस स्थिति में क्लीन स्वीप का खतरा और बढ़ जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला वाइटवॉश
यदि भारत तीसरा वनडे हारता है तो यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला वनडे वाइटवॉश होगा। अब तक भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कभी भी वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना नहीं किया है। यह टीम के लिए एक अप्रिय रिकॉर्ड साबित होगा।
पिछले पांच वर्षों में यह भारत की तीसरी वनडे वाइटवॉश होगी। इससे पहले न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम को क्लीन स्वीप झेलना पड़ा था। टीम प्रबंधन के लिए यह चिंता का विषय बन गया है।
सीरीज का अब तक का सफर
एडिलेड में हुए दूसरे वनडे में भारत ने 8 विकेट खोकर 302 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट खोकर 304 रन बनाए और मैच जीत लिया। पहले मैच में भी भारत को 15 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन सीरीज में निराशाजनक रहा है। गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए। टीम प्रबंधन को तीसरे मैच के लिए रणनीति में बदलाव करना होगा।
तैयारियों पर सवाल
भारतीय टीम की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। टीम का विदेशों में प्रदर्शन लगातार खराब हो रहा है। वनडे प्रारूप में टीम की स्थिरता में कमी देखी जा रही है। इससे विश्व कप की तैयारियों पर भी असर पड़ सकता है।
टीम चयन और रणनीति में बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है। युवा खिलाड़ियों को अधिक अवसर देने की मांग उठ रही है। तीसरे मैच में टीम अपनी प्रतिष्ठा बचाने की कोशिश करेगी।
