AAP: भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन INDIA के सामने सीट शेयरिंग की सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं अब कांग्रेस के अंदर ही सीट शेयरिंग को लेकर अलग-अलग विचार उठने लगे हैं। पार्टी के कई नेताओं का कहना है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राज्यों में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है इसलिए अभी लोकसभी सीटों की बंटवारे को लेकर कोई फैसला ना किया जाए। यह मांग खासकर उन प्रदेशों के नेताओं ने की है जहां कांग्रेस का मुकाबला अपने गठबंधन की ही किसी पार्टी से है। कांग्रेस के नेताओं का कहना कि गठबंधन को मजबूत करने के साथ पार्टी को भी मजबूत करना है। वहीं कई कांग्रेस नेता आम आदमी पार्टी के हमलावर रवैये को लेकर दुखी हैं। उनका कहना है कि किसी तरह AAP के हमलों पर रोक लगानी चाहिए।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की दो दिवसीय बैठक के दौरान कई नेताओँ ने पार्टी और गठबंधन दोनों की मजबूती का समर्थन किया लेकिन उनका कहना है कि सीट शेयरिंग पर फैसले में जल्दबाजी नहीं करना चाहिए वरना उन्हें राज्यों में नुकसान उठाना पड़ सकता है. बता दें कि दो दिन के इस मंथन कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने गठबंधन को लेकर बात की तो वहीं राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी और विपक्षी गठबंधन दोनों को मजबूत करने की बात कही। वहीं कई नेताओं ने कहा कि कांग्रेस के साथ समझौता करके विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने का काम नहीं किया जा सकता।
AAP से दुखी कांग्रेसी नेता
बैठक के दौरान कई कांग्रेसी नेताओं ने आम आदमी पार्टी को लेकर निराशा जताई और कहा कि उनके नेता लगातार कांग्रेस पर हमला करते हैं। जबकि उन्होंने आम आदमी पार्टी को घेरना छोड़ दिया है। ऐसे में उन्हें भी सहयोग करना चाहिए। अजय माकन, अलका लांबा और प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ अपने विचार रखे। वहीं सूत्रों का कहना है कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आश्वासन दिया कि स्टेट यूनिट्स से सलाह करके ही सीट शेयरिंग पर बात की जाएगी।
अजय माकन ने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस मजबूत है वहां आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ने का ऐलान कर रही है और लगातार कांग्रेस नेताओं पर वार कर रही है। बता दें कि इंडिया गठबंधन के कई दल चाहते हैं कि सीटों का बंटवारा जल्दी हो जाए। आम आदमी पार्टी और सपा के अघिलेश यादव का कहना है कि सितंबर के आखिरी तक इसपर फैसला हो जाना चाहिए। बता दें कि सीट शेयरिंग का मुद्दा आसान नहीं है। पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और केरल में सीट शेयरिंग को लेकर गठबंधन के दलों में काफी मतभेद हैं।