India News: अमेरिकी टैरिफ नीतियों के बाद भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं। चीनी विदेश मंत्री वांग यी अगले सप्ताह भारत के दौरे पर आ रहे हैं, जहां वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात करेंगे। इसी बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर 21 अगस्त को रूस की यात्रा पर जाएंगे।
भारत-चीन संबंधों में नया अध्याय
चीनी विदेश मंत्री का यह दौरा 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में हुई सीमा झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात भारत-चीन संबंधों में नए सिरे से सुधार की शुरुआत हो सकती है।
SCO शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन के तियानजिन शहर में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह पीएम मोदी का 2018 के बाद पहला चीन दौरा होगा। इस सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित कई अन्य वैश्विक नेता भी शामिल होंगे।
अमेरिका के लिए चिंता का विषय
भारत का रूस और चीन के साथ संबंध मजबूत करना अमेरिका के लिए चिंता का कारण बन रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को रूस से कच्चे तेल का आयात बंद करने के लिए दबाव बना रहे हैं। इसके जवाब में भारत ने अपनी स्वतंत्र विदेश नीति पर जोर दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगले सप्ताह होने वाली इन उच्चस्तरीय मुलाकातों से भारत की विदेश नीति में नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह दौरा अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करता है।
