Madhya Pradesh News: भिंड जिले में एक दलित युवक के साथ हुई घटना ने तूल पकड़ लिया है। युवक को मारपीट कर जबरन पेशाब पिलाया गया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। भीम आर्मी ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है।
घटना सोमवार को हुई जब आरोपी पीड़ित को उसकी ससुराल से उठाकर ले गए। वे उसे ग्वालियर से भिंड जिले के सुरपुरा गांव ले आए। यहां उन्होंने उसके साथ मारपीट की और जबरन पेशाब पिलाया। पीड़ित की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
गाड़ी चलाने से इनकार पर हुई घटना
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह पेशे से ड्राइवर है। आरोपी सोनू बरुआ ने उसे जबरन गाड़ी चलाने के लिए कहा। जब उसने इनकार किया तो आरोपी नाराज हो गए। उन्होंने उसे अपनी बोलेरो गाड़ी में बैठाकर भिंड ले आए। सुरपुरा गांव में उन्होंने उसके साथ मारपीट की।
मारपीट के बाद आरोपियों ने पीड़ित को जबरन पेशाब पिलाया। इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। पीड़ित ने मौके से ही अपने परिजनों को फोन किया। परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई है।
भीम आर्मी ने उठाया मुद्दा
भीम आर्मी चंबल संभाग अध्यक्ष देशराज धारियां ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ एनएसए लागू करने की मांग की है। धारियां ने एफआईआर में बंदूक की धारा जोड़ने का भी अनुरोध किया। उन्होंने प्रदर्शन की अनुमति भी मांगी है।
धारियां ने प्रशासन को छह दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वह सातवें दिन पैदल भोपाल जाएंगे। वह मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से मिलकर न्याय की मांग करेंगे। उन्होंने पीड़ित के शुद्धिकरण की भी बात कही।
पुलिस ने की दो गिरफ्तारियां
पुलिस ने आरोपियों सोनू बरुआ और आलोक पाठक को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपी छोटे ओझा की तलाश जारी है। भिंड एएसपी संजीव पाठक और कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा ने अस्पताल जाकर पीड़ित से बात की। उन्होंने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपों में बंधक बनाना, मारपीट और जबरन पेशाब पिलाना शामिल है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। वह घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
स्थानीय लोगों में रोष
इस घटना ने स्थानीय लोगों में गहरा रोष पैदा किया है। लोग आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सामाजिक संगठनों ने भी इसकी निंदा की है। वे पीड़ित परिवार के साथ एकजुटता जता रहे हैं।
पुलिस ने गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए बल तैनात किया है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
मामले की जांच तेज गति से चल रही है। पुलिस तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता के साथ इस मामले को संभालने के निर्देश दिए हैं। सभी की नजरें अब आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।
