Himachal News: चम्बा जिले की ग्राम पंचायत जटकरी में मतदाता सूची से सैकड़ों नाम गायब होने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने बूथ लेवल अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बीएलओ ने जानबूझकर कई लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि 2021 के पंचायती चुनाव में उन्होंने मतदान किया था। लेकिन 2025 की नई वोटर लिस्ट में उनका नाम गायब है। नए मतदाताओं के वोट भी नहीं बनाए गए हैं। इससे ग्रामीणों में गुस्सा है।
आश्चर्य की बात यह है कि वर्तमान वार्ड पंच का नाम भी मतदाता सूची से हटा दिया गया है। ग्रामीणों ने शंका जताई कि यह सब राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है। उन्होंने उपायुक्त से जांच की मांग की है।
बीएलओ पर लगे गंभीर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय स्कूल का ड्राइंग टीचर बीएलओ है। मौजूदा पंचायत प्रधान के पति ही बीएलओ के पद पर कार्यरत हैं। ग्रामीणों ने प्रधान को चुनावी फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है। लांघा बूथ से कई परिवारों के नाम सूची से गायब हैं। उन्होंने उपायुक्त कार्यालय जाकर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
डीसी दफ्तर पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि वे 2021 में वोट डाल चुके हैं। अब उनके नाम लिस्ट से गायब हैं। उन्होंने कहा कि यह राजनीति से प्रेरित लगता है। उन्होंने प्रशासन से न्याय की मांग की।
प्रशासन ने दी जानकारी
डीसी चम्बा मुकेश रेपस्वाल ने बताया कि कुछ क्षेत्रों से ऐसी शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से नाम काटे जाने की शिकायतें आई हैं। चुनाव स्थगित होने के कारण अब स्थिति में सुधार की गुंजाइश है।
उन्होंने बताया कि विकास खंड अधिकारी के पास अब अधिकार है। वे गलती से हटाए गए नामों को दोबारा सूची में जोड़ सकते हैं। बीएलओ के संबंध में आई शिकायत पर भी शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। सभी पात्र मतदाताओं के नाम सूची में शामिल किए जाएंगे। न्यायपूर्ण प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।
चुनाव स्थगन के बाद की स्थिति
हिमाचल प्रदेश में पंचायती चुनाव स्थगित होने के बाद ऐसी कई शिकायतें सामने आ रही हैं। विभिन्न जिलों से मतदाता सूची में अनियमितताओं की जानकारी मिल रही है। प्रशासन ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया है।
चुनाव स्थगित होने से प्रशासन के पास सुधार का अवसर मिल गया है। वे मतदाता सूचियों की जांच कर रहे हैं। गलतियों को सुधारने का काम चल रहा है। भविष्य में होने वाले चुनावों के लिए तैयारी की जा रही है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि शीघ्र कार्रवाई करे। सभी गायब नामों को मतदाता सूची में वापस जोड़ा जाए। चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा की जाए।
