Pakistan News: इमरान खान की पार्टी पीटीआई की वरिष्ठ नेता फिरदौस आशिक अवान ने देश में नौ मई को हुई हिंसा का हवाला देकर शुक्रवार को पीटीआई छोड़ दी. फिरदौस का कहना है कि इमरान और पाकिस्तान को एक साथ देखा नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि पार्टी की हिंसक और आतंकवादी गतिविधियों की वजह से वह पीटीआई से अलग हो गई हैं.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. कई कद्दावर नेताओं के अलग होने के बीच पार्टी की एक और बड़ी नेता ने इमरान खान को झटका दिया है.
पीटीआई की वरिष्ठ नेता फिरदौस आशिक अवान ने देश में नौ मई को हुई हिंसा का हवाला देकर शुक्रवार को पीटीआई छोड़ दी. इमरान खान सरकार में मंत्री रह चुकी फिरदौस का कहना है कि इमरान खान और पाकिस्तान को एक साथ देखा नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि पार्टी की हिंसक और आतंकवादी गतिविधियों की वजह से वह पीटीआई से अलग हो गई हैं.
इमरान टिश्यू पेपर की तरह लोगों को करते हैं इस्तेमाल
फिरदौस ने शुक्रवार को इस्लामाबाद प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इमरान खान का एजेंडा पाकिस्तान के लिए जहर है और मैं इस एजेंडे की पीड़िता हूं. इमरान सबसे पहले अपने दोस्तों के दुश्मन बन जाते हैं.
उन्होंने कहा कि इमरान खान लोगों को टिश्यू पेपर की तरह इस्तेमाल करते हैं और काम हो जाने पर उन्हें फेंक देते हैं. यही कारण है कि पीटीआई पर आज अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है.
फिरदौस ने कहा कि उन्होंने भले ही पार्टी छोड़ी है लेकिन उनका राजनीतिक सफर जारी रहेगा और वह देश के लिए काम करती रहेंगी. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि शहीद, उनका प्यार और देश का सम्मान हमारे विश्वास का हिस्सा है. जिन लोगों ने शहीदों का अपमान किया है, उन्हें माफ नहीं किया जा सकता. इससे पहले फवाद चौधरी, असद उमर और शिरीनी मजारी जैसे कई बड़े नेताओं ने पीटीआई का साथ छोड़ दिया था.
पंजाब के बड़े नेता ने भी पाला बदला
पीटीआई के एक और बड़े नेता और पंजाब के पूर्व शिक्षा मंत्री मुराद रास ने भी इमरान खान की पार्टी से अलग होने का ऐलान किया है.
उन्होंने कहा कि हम नौ मई को हुई हिंसा से सहमत नहीं हैं. यह देश सभी का है. हमें यहीं रहना है. हमें देश के लोगों से जुड़े रहकर इस मुल्क को आगे ले जाना है.
बता दें कि फिरदौस और मुराद रास पीटीआई के उन नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने नौ मई को देश में हुई हिंसा के बाद से पीटीआई पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इससे पहले पीटीआई के कई बड़े नेता फवाद चौधरी और शिरीन मजारी भी पार्टी से अलग हो गई थी.
उसी दिन पीटीआई पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता मियां जलील शराकपुरी ने भी नौ मई की हिंसा के बाद पार्टी से अलग होने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि मैं अब इमरान खान और पीटीआई के साथ काम नहीं कर सकता. इतना ही नहीं शराकपुरी ने पार्टी में मौजूद अपने साथियों को भी सलाह दी कि वे भी इमरान का साथ छोड़ दें. इमरान की विचारधारा का त्याग कर दें.
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में नौ मई को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) और पाक रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया, जिसके बाद से देशभर में जमकर बवाल हुआ था.
पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में बड़ी तादाद में इमरान खान के समर्थक सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान पीएम शहबाज शरीफ के आवास पर भी पेट्रोल बम फेंके गए थे. साथ ही कमांडर हाउस को निशाना बनाया गया था. पुलिस ने कमांडर के घर पर हमले में शामिल 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो जमान पार्क से भागने की कोशिश कर रहे थे.