Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में वन माफिया ने भारी बारिश की आड़ में अवैध कटान को अंजाम दिया। बरोट के मांदरा बीट में 100 साल पुराने देवदार के पेड़ को काटकर वन्यजीव परिक्षेत्र को नुकसान पहुंचाया गया। वन विभाग ने मौके से 52 स्लीपर और एक बड़ा तना बरामद किया, जिसकी कीमत साढ़े तीन लाख रुपये है। यह घटना हिमाचल के जंगलों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।
रात के अंधेरे में कटान
मंगलवार देर रात वरिष्ठ वनरक्षक विजय कुमार गश्त पर थे। उन्हें गुप्त सूचना मिली कि मांदरा गांव के संतोष कुमार और सेरी गांव के डोला राम जुलंग टाप में अवैध कटान कर रहे हैं। जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, पावर चेन की आवाज सुनाई दी। वन माफिया तेज बारिश और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। मौके पर 45 हरे देवदार के स्लीपर बरामद हुए, जो जंगल के लिए बड़ा नुकसान है।
दूसरा मामला, वाहन छोड़कर फरार
उसी रात मांदरा बीट में फायर लाइन से 500 मीटर दूर फिर मशीन की आवाज सुनाई दी। वन विभाग ने नाकाबंदी की, लेकिन मेहर सिंह नामक व्यक्ति वाहन छोड़कर भाग गया। मौके पर सात स्लीपर और एक बड़ा देवदार का तना मिला। यह कटान सड़क से छह किलोमीटर दूर पहाड़ी पर हुआ, जहां पहुंचना चुनौतीपूर्ण है। वन विभाग अब मजदूरों की मदद से लकड़ी को नीचे लाने की योजना बना रहा है।
पुलिस जांच शुरू
पद्धर थाना प्रभारी सौरभ ने बताया कि पुलिस ने अवैध कटान के दोनों मामलों में केस दर्ज कर लिया है। जांच शुरू हो गई है, लेकिन आरोपित अभी फरार हैं। यह घटना हिमाचल में वन माफिया की बढ़ती सक्रियता को दर्शाती है, जो बारिश की आड़ में जंगलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग और पुलिस की सतर्कता इस मामले में महत्वपूर्ण है।
