Uttar Pradesh News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार तड़के उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और मुंबई में अवैध धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के 14 ठिकानों पर छापेमारी की। सात टीमों ने बलरामपुर के उतरौला में 12 और मुंबई में दो स्थानों को खंगाला। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग की जांच के तहत हुई, जिसने स्थानीय लोगों में सनसनी मचा दी है।
छांगुर बाबा पर जांच का शिकंजा
ईडी ने छांगुर बाबा और उनकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के खिलाफ 8 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया था। दोनों को यूपी एटीएस ने 5 जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि छांगुर के नेटवर्क ने एक साल में 100 करोड़ रुपये का लेनदेन किया। ईडी ने बलरामपुर पुलिस और एटीएस से दस्तावेज हासिल किए, जिसमें विदेशी फंडिंग और अवैध धर्मांतरण की गतिविधियां सामने आईं।
गोंडा में एटीएस की तलाश
एटीएस ने छांगुर से जुड़े एक युवक रमजान अली की तलाश में गोंडा का रुख किया। रमजान के भाई मोहर्रम अली ने बताया कि 2023 में आजमगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान बजरंग दल ने अवैध धर्मांतरण का आरोप लगाकर हंगामा किया था। पुलिस ने रमजान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जनवरी 2024 में जमानत पर रिहा होने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और मार्च में उनकी मृत्यु हो गई। एटीएस ने गलत व्यक्ति की तलाश में गोंडा पहुंचने की बात स्वीकारी।
तहसील कर्मचारियों पर नजर
ईडी की टीमें उतरौला तहसील के कुछ कर्मचारियों से भी पूछताछ करेंगी। सूत्रों के अनुसार, कर्मचारियों पर अवैध संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन में शामिल होने का संदेह है। छांगुर की कोठी और दो अन्य मकानों की तलाशी में कई अहम दस्तावेज मिले हैं। यह कार्रवाई अन्य जिलों में भी विस्तार ले सकती है, जिससे इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।
