Uttar Pradesh News: आगरा में अवैध धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद अलीगढ़ में भी पुलिस और खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। पहले उमर गौतम के अलीगढ़ में धर्मांतरण नेटवर्क की जानकारी सामने आई थी। उसने 33 महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराया, जिनमें तीन अलीगढ़ की थीं। जनवरी से अब तक जिले से 97 महिलाएं लापता हैं। पुलिस अब इन मामलों में धर्मांतरण के एंगल से जांच कर रही है।
उमर गौतम का अलीगढ़ कनेक्शन
उमर गौतम ने अलीगढ़ में गरीब बस्तियों में जाकर लोगों को जोड़ा था। उसने धार्मिक किताबें बांटीं और नौकरी का लालच दिया। उसकी लिस्ट में 33 महिलाओं के नाम थे, जिनका 2018 में धर्मांतरण हुआ। इनमें तीन अलीगढ़ की थीं। उमर का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह इस्लाम का प्रचार करता दिखा। बाद में वीडियो हटा लिया गया। पुलिस ने उसके नेटवर्क की जांच की थी।
कलीम सिद्दीकी और अब्दुल्ला की भूमिका
कलीम सिद्दीकी, लखनऊ धर्मांतरण मामले में दोषी, अलीगढ़ भी आता था। वह अपने परिचितों से मिलता था। वहीं, गाजियाबाद में पकड़े गए अब्दुल्ला ने एएमयू में पढ़ाई के दौरान धर्म परिवर्तन किया था। वह पहले सौरभ था। पुलिस ने उसके नेटवर्क की भी जांच की। आगरा की ताजा कार्रवाई के बाद अलीगढ़ में भी पुलिस सतर्क है। खुफिया एजेंसियां संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
पुलिस और एटीएस की सतर्कता
आगरा में छह राज्यों से 10 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अलीगढ़ पुलिस सक्रिय है। जनवरी से अब तक 97 महिलाएं, जिनमें 17 किशोरियां हैं, लापता हैं। पुलिस इनके धर्मांतरण से जुड़े होने की जांच कर रही है। एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि कोई शिकायत नहीं मिली, लेकिन एहतियातन निगरानी बढ़ा दी गई है। छांगुर बाबा का अलीगढ़ से कोई कनेक्शन नहीं मिला। जांच अभी जारी है।
