Mumbai News: केंद्र सरकार IDBI Bank में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री की प्रक्रिया को मार्च 2026 तक पूरी करने के लिए तैयार है। वित्तीय सेवा सचिव एम. नागराजू ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार आगे बढ़ रही है। सरकार और एलआईसी मिलकर बैंक की कुल 60% से अधिक हिस्सेदारी बेचेंगे। इस डील से सरकार को लगभग 50,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
सरकार ने आईडीबीआई बैंक की ड्यू डिलिजेंस प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली है। अब अक्टूबर से दिसंबर 2024 के बीच वित्तीय बिड आमंत्रित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया वर्ष 2022 में शुरू हुई थी और अब यह अपने अंतिम चरण में पहुंच रही है। सरकार का मानना है कि बाजार की मौजूदा स्थितियां इस बिक्री के लिए अनुकूल हैं।
संभावित बोलीदारों में दुबई स्थित एमिरेट्स एनबीडी बैंक और कनाडाई निवेशक प्रेम वात्सा शामिल हैं। इस रणनीतिक बिक्री से भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह डील देश की एक प्रमुख वित्तीय संस्था में स्वामित्व परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करती है।
अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भी होगी हिस्सेदारी की बिक्री
सरकार ने अगले चार वर्षों में पांच अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अपनी हिस्सेदारी घटाने का फैसला किया है। इस सूची में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूसीओ बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल हैं। इन बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी धीरे-धीरे 75% या उससे नीचे लाई जाएगी।
सेबी के नियमों के अनुसार सूचीबद्ध कंपनियों में कम से कम 25% सार्वजनिक शेयरधारिता होनी चाहिए। सरकार का यह कदम इसी नियम का पालन सुनिश्चित करेगा। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने विनिवेश का लक्ष्य 47,000 करोड़ रुपये निर्धारित किया है।
IDBI Bank बिक्री प्रक्रिया का समयरेखा
वित्तीय बिड आमंत्रित करने की प्रक्रिया इसी साल की अंतिम तिमाही में शुरू होगी। सरकार और एलआईसी दोनों मिलकर अपनी-अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। वर्तमान में सरकार के पास बैंक में 45.48% हिस्सेदारी है जबकि एलआईसी के पास 49.24% शेयर हैं। दोनों संस्थाएं मिलकर अपनी कुल हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा निवेशकों को बेचेंगी।
इस पूरी प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरा होने से भारतीय अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है। यह निवेशकों के विश्वास को मजबूत करेगा और वित्तीय क्षेत्र में सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। बैंक के शेयरों में इस खबर के बाद तेजी देखने को मिल सकती है।
