Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूलों में बागवानी को वोकेशनल विषय के रूप में शामिल करने का फैसला लिया है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को यह घोषणा की। यह निर्णय शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में हुआ। हिमाचल के सरकारी स्कूलों में यह विषय पढ़ाया जाएगा। इससे छात्रों को बागवानी की वैज्ञानिक जानकारी मिलेगी। यह कदम राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा।
बागवानी को वोकेशनल विषय के रूप में शामिल करने का निर्णय
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बागवानी को वोकेशनल विषय के रूप में पढ़ाया जाएगा। यह निर्णय केवल हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूलों पर लागू होगा। सीबीएसई या अन्य बोर्ड के स्कूलों में यह विषय नहीं पढ़ाया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इस कदम को छात्रों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया है। बागवानी को बढ़ावा देने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी बोर्ड को
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड को बागवानी का पाठ्यक्रम तैयार करने का निर्देश दिया है। बोर्ड को दो सप्ताह में प्रस्ताव जमा करना होगा। अभी पाठ्यक्रम तैयार नहीं हुआ है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि बागवानी की पढ़ाई वैज्ञानिक तरीके से हो। इससे छात्रों को व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान मिलेगा। यह विषय स्थानीय जरूरतों के अनुसार डिजाइन होगा।
हिमाचल में बागवानी का महत्व
हिमाचल प्रदेश एक हिमालयी राज्य है। यहाँ का ठंडा मौसम बागवानी के लिए उपयुक्त है। सेब और अन्य फलों का उत्पादन राज्य की अर्थव्यवस्था का आधार है। बागवानी उद्योग लाखों लोगों को रोजगार देता है। स्कूलों में बागवानी पढ़ाने से छात्र इस क्षेत्र में कुशल बनेंगे। यह कदम स्थानीय अर्थव्यवस्था को और मजबूत करेगा। बागवानी को बढ़ावा देना राज्य की प्राथमिकता है।
छात्रों के लिए बागवानी विषय के फायदे
बागवानी को वोकेशनल विषय के रूप में पढ़ाने से छात्रों को कई लाभ होंगे। वे बागवानी की वैज्ञानिक तकनीकों को सीखेंगे। इससे वे भविष्य में इस क्षेत्र में रोजगार पा सकेंगे। हिमाचल में बागवानी एक बड़ा उद्योग है। यह विषय छात्रों को आत्मनिर्भर बनाएगा। साथ ही, यह राज्य में बागवानी के विकास को बढ़ावा देगा। छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण भी मिलेगा।
हिमाचल की अर्थव्यवस्था और बागवानी का योगदान
हिमाचल प्रदेश में बागवानी अर्थव्यवस्था का प्रमुख हिस्सा है। सेब, नाशपाती और अन्य फल देश-विदेश में निर्यात होते हैं। यह उद्योग ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का बड़ा स्रोत है। स्कूलों में बागवानी की पढ़ाई से नई पीढ़ी इस क्षेत्र में योगदान देगी। इससे उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार होगा। सरकार का यह कदम दीर्घकालिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
भविष्य के लिए सरकार की योजना
हिमाचल सरकार बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्कूलों में इस विषय को शुरू करना उसी दिशा में एक कदम है। सरकार चाहती है कि छात्र कम उम्र से ही बागवानी की बारीकियाँ सीखें। इससे वे इस क्षेत्र में नवाचार ला सकेंगे। शिक्षा विभाग इस योजना को जल्द लागू करने की तैयारी कर रहा है। यह कदम शिक्षा और रोजगार को जोड़ेगा।
