Maharashtra News: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने ठाणे में एक दुकानदार की पिटाई की। यह घटना 8 अगस्त, 2025 को कल्याण ईस्ट में हुई। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि दुकानदार ने मराठी भाषा और राज ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। वायरल वीडियो में पिटाई और माफी मांगने का दृश्य दिखा। पुलिस ने मामला दर्ज किया। यह MNS की ऐसी दूसरी घटना है।
घटना का विवरण
घटना ठाणे के कल्याण ईस्ट में दुर्गामाता मंदिर चौक के पास हुई। एक साउथ इंडियन होटल चलाने वाले दुकानदार को MNS कार्यकर्ताओं ने पीटा। मुख्य आरोपी कुश राजपूत है। कार्यकर्ताओं ने दुकानदार पर मराठी भाषा और राज ठाकरे के खिलाफ गलत शब्दों का आरोप लगाया। उन्होंने दुकानदार से माफी मंगवाई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई
मीर भयंदर पुलिस ने घटना का वीडियो देखा। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच चल रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। यह घटना स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ा सकती है। पुलिस स्थिति पर नजर रख रही है।
MNS का पुराना रिकॉर्ड
यह पहली बार नहीं है जब MNS कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी की। पहले भी मराठी न बोलने पर एक दुकानदार की पिटाई हुई थी। उस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। MNS कार्यकर्ता अक्सर मराठी भाषा को लेकर विवाद करते हैं। इन घटनाओं से पार्टी की छवि पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोग ऐसी हरकतों से परेशान हैं।
मराठी भाषा का विवाद
MNS कार्यकर्ता मराठी भाषा को बढ़ावा देने का दावा करते हैं। लेकिन उनकी हिंसक कार्रवाई विवाद का कारण बन रही है। दुकानदार ने मराठी भाषी लोगों के खिलाफ टिप्पणी की, ऐसा कार्यकर्ताओं का कहना है। उन्होंने दुकानदार को भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी दी। इस घटना ने मराठी और गैर-मराठी समुदायों के बीच तनाव बढ़ाया। यह मुद्दा राजनीतिक चर्चा में भी है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। कई यूजर्स ने MNS की कार्रवाई की निंदा की। कुछ ने इसे मराठी गौरव से जोड़ा। वीडियो में कार्यकर्ता दुकानदार को पीटते और माफी मांगने को कहते दिखे। इसने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ दी। लोग कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया ने घटना को और सुर्खियों में ला दिया।
स्थानीय समुदाय का रुख
कल्याण ईस्ट के स्थानीय लोग घटना से नाराज हैं। कई लोगों ने इसे गुंडागर्दी बताया। कुछ ने मराठी भाषा के समर्थन में MNS का पक्ष लिया। लेकिन ज्यादातर लोग हिंसा के खिलाफ हैं। स्थानीय व्यापारियों ने सुरक्षा की मांग की। वे डर में हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा हो सकती हैं। पुलिस ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया है।
राजनीतिक प्रभाव
MNS की इस कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में हलचल है। विपक्षी दलों ने इसे गुंडागर्दी करार दिया। उन्होंने सरकार से सख्ती की मांग की। MNS का कहना है कि वे मराठी अस्मिता की रक्षा कर रहे हैं। लेकिन हिंसक तरीके की आलोचना हो रही है। यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर सकती है।
