Finance News: होम लोन भारत में आवासीय संपत्ति खरीदने का एक लोकप्रिय वित्तीय साधन बन गया है। यह एक सुरक्षित ऋण है जहां संपत्ति को बैंक के पास गिरवी रखा जाता है। उधारकर्ता मासिक किस्तों में ऋण का भुगतान करता है।
होम लोन के मुख्य उद्देश्य
लोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए आवास ऋण लेते हैं। नया घर या फ्लैट खरीदना सबसे आम कारण है। मकान निर्माण और मरम्मत के लिए भी ऋण उपलब्ध हैं। मौजूदा ऋण को स्थानांतरण करना भी संभव है।
ऋण की मुख्य शर्तें और अनुपात
लोन-टू-वैल्यू अनुपात ऋण की एक महत्वपूर्ण अवधारणा है। यह संपत्ति मूल्य का वह प्रतिशत है जो बैंक ऋण के रूप में देता है। शेष राशि उधारकर्ता को डाउन पेमेंट के रूप में देनी होती है।
आवेदन प्रक्रिया और आवश्यकताएं
बैंक ऋण आवेदन की एक निश्चित प्रक्रिया का पालन करते हैं। आय प्रमाण और क्रेडिट स्कोर मुख्य निर्धारक कारक हैं। संपत्ति के कानूनी दस्तावेजों की भी जांच की जाती है। प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्क लागू होते हैं।
निर्णय लेने से पहले विचारणीय बातें
विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करना आवश्यक है। ऋण की अवधि और EMI क्षमता का सावधानीपूर्वक आकलन करें। संपत्ति की कानूनी जांच करवाना न भूलें। सभी आवश्यक दस्तावेज पहले से तैयार रखें।
