Lifestyle News: रसोई में कई बर्तनों की सफाई पर ध्यान दिया जाता है। पर छलनियाँ अक्सर अनदेखी रह जाती हैं। चाय छलनी और बाजरे की छलनी नियमित इस्तेमाल होती है। इनमें जमा दाग और कण न सिर्फ सफाई मुश्किल करते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं हैं। गंदी छलनियों से बैक्टीरिया पनप सकते हैं और खाने का स्वाद भी बिगड़ सकता है।
जालीदार छलनियों में गंदगी आसानी से फंस जाती है। इससे उनकी सफाई एक चुनौती बन जाती है। नियमित और सही तरीके से सफाई न होने पर बदबू आने लगती है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान घरेलू नुस्खों से इन्हें चमकाया जा सकता है। ये तरीके सस्ते और प्रभावी हैं।
चाय की छलनी साफ करने के तरीके
चाय बनानेके तुरंत बाद छलनी को गर्म पानी में भिगो दें। इसे दस से पंद्रह मिनट के लिए छोड़ दीजिए। इससे चाय की पत्तियां और दाग ढीले हो जाते हैं। फिर इसे सामान्य तरीके से साफ कर लें। यह सबसे आसान और त्वरित उपाय है।
बेकिंग सोडा और सिरके का मिश्रण भी कारगर साबित होता है। एक कटोरी गर्म पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा और थोड़ा सिरका मिलाएं। इस घोल में छलनी को पंद्रह मिनट के लिए डुबोकर रख दें। फिर पुराने टूथब्रश से हल्के हाथ से रगड़कर साफ कर लें।
नींबू और नमक का प्रयोग भी दाग हटाने में मददगार है। नींबू के टुकड़े पर नमक लगाकर छलनी की जाली पर रगड़ें। इससे जिद्दी दाग आसानी से निकल जाते हैं। साथ ही किसी भी तरह की बदबू भी दूर हो जाती है। यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है।
बाजरे या आटे की छलनी की सफाई
बाजरेकी छलनी की सफाई के लिए पहले उसे उल्टा करके थपथपाएं। इससे फंसे हुए आटे या अनाज के सूखे कण बाहर निकल आते हैं। इसके बाद ही इसे पानी से धोने की प्रक्रिया शुरू करें। यह कदम गंदगी को जमने से रोकता है।
एक दिलचस्प घरेलू उपाय सूखे आटे का इस्तेमाल है। थोड़ा सा सूखा आटा छलनी में डालकर रगड़ें। आटा जाली में फंसी हुई बारीक गंदगी को अपने साथ बाहर खींच लाता है। इसके बाद छलनी को पलटकर झाड़ लें। फिर इसे सामान्य तरीके से धो सकते हैं।
गर्म पानी में हल्का साबुन या डिशवॉश लिक्विड मिलाएं। इस घोल में छलनी को पंद्रह से बीस मिनट तक भिगोएं। फिर नरम ब्रश की मदद से अच्छी तरह साफ कर लें। अंत में साफ पानी से अच्छी तरह धो लें। ध्यान रहे कि साबुन के अंश न रह जाएं।
सफाई के बाद का महत्वपूर्ण कदम
धोनेके बाद छलनी को अच्छी तरह सुखाना बहुत जरूरी है। इसे धूप में रखकर पूरी तरह सूखने दें। नमी रहने पर जंग लगने या बदबू पैदा होने का खतरा रहता है। सूखी छलनी लंबे समय तक सुरक्षित रहती है। यह बैक्टीरिया के विकास को भी रोकता है।
नियमित सफाई से छलनियों की उम्र बढ़ती है। वे लंबे समय तक नए जैसी बनी रहती हैं। साथ ही रसोई का माहौल स्वच्छ और स्वास्थ्यकर बनता है। ये छोटी-छोटी आदतें बड़े फर्क का कारण बन सकती हैं। थोड़ी सी सावधानी से किचन के उपकरण बेहतर रहते हैं।
इन घरेलू नुस्खों को अपनाने से रसायनों पर निर्भरता कम होती है। ये प्राकृतिक तरीके पर्यावरण के लिए भी बेहतर हैं। सफाई का यह तरीका किफायती भी है। बचे हुए नींबू या बेकिंग सोडा का इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है। यह समग्र स्वच्छता का एक अच्छा तरीका है।
