शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

हिमाचल की अनोखी शादी; दोनों भाइयों का गालियां देने वालों पर फूटा गुस्सा; जोड़ीदार प्रथा का किया बचाव

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में दो भाइयों ने एक ही महिला से शादी की। यह शादी 12 जुलाई को शिलाई गांव में हुई। हाटी जनजाति की जोड़ीदार प्रथा के तहत हुई यह शादी चर्चा में है। प्रदीप और कपिल नेगी ने सुनीता चौहान से शादी की। तीनों ने इसे अपनी मर्जी बताया। सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद भाइयों ने परंपरा का बचाव किया।

जोड़ीदार प्रथा पर भाइयों का बयान

प्रदीप और कपिल नेगी ने कहा कि शादी उनकी मर्जी से हुई। हाटी जनजाति में जोड़ीदार प्रथा पीढ़ियों से चली आ रही है। उन्होंने बताया कि किसी ने उन पर दबाव नहीं डाला। सुनीता चौहान ने भी इसे स्वीकार किया। प्रदीप ने फेसबुक पर वीडियो शेयर कर परंपरा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह उनकी संस्कृति का हिस्सा है। लोगों की आलोचना से वे परेशान नहीं हैं।

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सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई लोगों ने इसकी आलोचना की। कुछ ने इसे गलत बताया। प्रदीप और कपिल ने कहा कि वे अपनी जिंदगी से खुश हैं। उन्होंने पूछा कि दूसरों को इससे क्या परेशानी है। कपिल ने कहा कि उन्होंने वीडियो पोस्ट करने को नहीं कहा था। यह शादी उनकी परंपरा और प्यार को दर्शाती है। लोग बेवजह विवाद कर रहे हैं।

हाटी जनजाति की प्राचीन प्रथा

हाटी जनजाति में जोड़ीदार प्रथा पुरानी है। यह परंपरा जमीन को बंटने से रोकती है। इससे परिवार में एकता बनी रहती है। सिरमौर के ट्रांस-गिरी क्षेत्र में यह प्रथा प्रचलित है। उत्तराखंड के जौनसार-बावर में भी यह देखने को मिलती है। हिमाचल में इसे कानूनी मान्यता है। पिछले छह सालों में बधाना गांव में पांच ऐसी शादियां हुई हैं।

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शादी की रस्में और उत्सव

शादी 12 जुलाई को शुरू हुई और तीन दिन चली। इसमें स्थानीय लोक गीत और नृत्य हुए। सैकड़ों लोग शामिल हुए। जजदा रस्म के तहत दुलहन को जुलूस में लाया गया। सीनज रस्म में पुजारी ने मंत्र पढ़े। पवित्र जल छिड़का गया। दंपति को गुड़ दिया गया। यह रस्में कुल देवता से आशीर्वाद मांगने का प्रतीक हैं।

परंपरा का महत्व और आलोचना

कुंदन सिंह शास्त्री, केंद्रीय हट्टी समिति के सचिव, ने बताया कि यह प्रथा जमीन को एक रखती है। यह भाईचारे को बढ़ावा देती है। इससे परिवार सुरक्षित रहता है। हालांकि, बढ़ती शिक्षा और आर्थिक बदलाव से यह प्रथा कम हो रही है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे गलत मानते हैं। फिर भी, प्रदीप और कपिल अपनी परंपरा पर गर्व करते हैं। वे इसे खुले तौर पर अपनाते हैं।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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