Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार की नई रोजगार नीति युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। मंडी जिले के बाल्ट गांव के युवा दीपक चंदेल का विदेश जाने का सपना अब साकार हुआ है। वह संयुक्त अरब अमीरात में बाइक राइडर के तौर पर काम करेंगे। यह सब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पहल से संभव हुआ है।
राज्य सरकार युवाओं को विदेशों में सुरक्षित रोजगार दिला रही है। इसका मुख्य लक्ष्य फर्जी एजेंटों की ठगी से युवाओं को बचाना है। यह प्रोजेक्ट पायलट आधार पर चार जिलों में शुरू किया गया है। कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना और मंडी के युवा इससे लाभ उठा रहे हैं।
दीपक चंदेल ने जताया आभार
दीपक चंदेल आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। वह छोटे-मोटे काम कर परिवार चला रहे थे। मंडी रोजगार कार्यालय में हुए साक्षात्कार ने उनकी किस्मत बदल दी। बाइक राइडर के चयन के बाद उन्होंने राहत की सांस ली।
दीपक का कहना है कि पहले युवा अपने जोखिम पर विदेश जाते थे। अब सरकारी मदद से यह रास्ता सुरक्षित हो गया है। उन्होंने अब अपने परिवार का बेहतर भरण-पोषण करने की उम्मीद जताई। उन्होंने इस नीति के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया।
सरकारी तंत्र से हो रही है पारदर्शी भर्ती
सभी भर्तियां पूरी पारदर्शिता के साथ की जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य इलैक्ट्रॉनिक्स विकास निगम इसका संचालन कर रहा है। यह प्रक्रिया विदेश मंत्रालय के नियमों के तहत पूरी होती है। इससे युवाओं को किसी प्रकार की ठगी का डर नहीं रहता।
चयनित युवाओं को विदेश में पूरी सहायता मिलेगी। किसी भी समस्या पर भारतीय दूतावास से संपर्क कर सकते हैं। यह सुविधा उन्हें सुरक्षा का भरोसा देती है। सरकार की यह पहल युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ा रही है।
भूपेंद्र और फरजंद अली भी हैं उत्साहित
पधर क्षेत्र के सरी गांव के भूपेंद्र कुमार का चयन भी हुआ है। उन्हें वेयरहाउस हैल्पर के पद पर चुना गया है। बारहवीं पास भूपेंद्र विदेश में बेहतर आय अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने भी सरकार का धन्यवाद किया है।
ग्राम पंचायत बथेरी के फरजंद अली के बेटे का भी चयन हुआ है। उनका बेटा भी बाइक राइडर बनेगा। फरजंद अली ने सरकार की भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है।
मिलेगा अच्छा वेतन और सुविधाएं
क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी अक्षय कुमार ने जानकारी दी। मंडी में हुए साक्षात्कार में चवालीस युवा बाइक राइडर के लिए चुने गए। पांच युवाओं का वेयरहाउस हैल्पर के लिए चयन हुआ। यह एक बड़ी सफलता है।
बाइक राइडर को मासिक वेतन सत्तर हजार से एक लाख रुपये मिलेगा। इसमें टिप और कमीशन भी शामिल है। वेयरहाउस हैल्पर को लगभग चौंतीस हजार रुपये मासिक मिलेंगे। चयनित युवाओं को आवास और यातायात की सुविधा भी मिलेगी।
युवाओं के लिए खुल रहे हैं नए अवसर
सरकार की इस योजना से स्पष्ट संदेश गया है। हिमाचल के युवाओं को अब प्रदेश तक सीमित नहीं रहना है। वे सरकारी सुरक्षा के साथ विदेशों में अपना भविष्य संवार सकते हैं। यह नीति दीर्घकालिक बदलाव ला सकती है।
यह पहली बार है जब सरकार सीधे युवाओं को विदेश भेजने का काम कर रही है। इससे युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा। उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पूरे परिवार के जीवन स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
