Himachal News: मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। इसको देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश के कारण राज्य की 339 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल है। कुल्लू और मंडी सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं।
मौसम विभाग का अपडेट और अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार शाम से ही राज्य के कई इलाकों में लगातार बारिश जारी है। विभाग ने चेतावनी दी है कि भारी बारिश का यह सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। मौसम की इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अत्यावश्यक यात्राओं से बचने की सलाह दी है।
यातायात व्यवस्था पर प्रभाव
भारी बारिश ने यातायात व्यवस्था को प्रभावित किया है। आपातकालीन परिचालन केंद्र की जानकारी के मुताबिक, नेशनल हाईवे 305 सहित कुल 339 सड़कों पर यातायात बंद कर दिया गया है। कुल्लू जिले में 106 और मंडी जिले में 162 सड़कें बंद हैं। इससे लोगों की आवाजाही में बड़ी रुकावट पैदा हुई है।
विभिन्न क्षेत्रों में हुई बारिश की मात्रा
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, नादौन में सबसे अधिक 58.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। जोगिंदर नगर में 45 मिमी और जट्टन बैराज में 32 मिमी बारिश हुई। घाघस में 26 मिमी, भटियात में 22.2 मिमी और नेरी में 20.5 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इन आंकड़ों से बारिश की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
मानसून से हुई क्षति का आकलन
इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 151 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है। राज्य को लगभग 2,326 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। बुनियादी ढांचा गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
बुनियादी ढांचे पर प्रभाव
भारी बारिश ने बिजली और पानी की आपूर्ति को भी बाधित किया है। अब तक 172 बिजली ट्रांसफॉर्मर और 133 जलापूर्ति योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस दौरान राज्य में 75 बाढ़ की घटनाएं दर्ज की गईं। साथ ही 39 बादल फटने और 74 बड़े भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं।
