रविवार, दिसम्बर 21, 2025

हिमाचल का मौसम: लाहौल-स्पीति में 48 घंटे में बर्फबारी, पहाड़ों पर असरदार शीतलहर

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जल्द ही बर्फबारी हो सकती है। लाहौल-स्पीति जिले में अगले अड़तालीस घंटों में हिमपात की संभावना है। यह पूर्वानुमान लंबे सूखे के बाद राहत भरा है। जिला प्रशासन ने बीस से बाईस दिसंबर तक हिमपात की संभावना जताई है।

मौसम विभाग ने इक्कीस दिसंबर को सबसे अधिक बर्फ गिरने का अनुमान लगाया है। इस दिन केलोंग में पिचानबे प्रतिशत हिमपात की संभावना है। उदयपुर में भी पचहत्तर से नब्बे प्रतिशत तक बर्फबारी हो सकती है। स्पीति घाटी के काजा में भी हिमपात के आसार हैं।

पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके प्रभाव से बीस और इक्कीस दिसंबर को हिमपात होगा। लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा में हल्की बर्फबारी हो सकती है। कुल्लू और मंडी के ऊपरी इलाकों में भी हिमपात की संभावना है।

बीस दिसंबर को आसमान में बादल छाए रहेंगे। इक्कीस दिसंबर को हिमपात की तीव्रता बढ़ सकती है। हिमपात के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। इससे जनजातीय क्षेत्रों में शीतलहर का प्रभाव बढ़ेगा।

दिसंबर में असामान्य रूप से गर्म रहा मौसम

इस वर्ष दिसंबर का मौसम असामान्य रूप से गर्म रहा है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक है। शिमला में शुक्रवार रात का न्यूनतम तापमान ग्यारह दशमलव छह डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य औसत से छह से सात डिग्री अधिक है।

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शिमला में दिन का तापमान भी लगभग बीस डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से आठ डिग्री अधिक है। धर्मशाला में भी रात का तापमान सामान्य से चार-पांच डिग्री ऊपर रहा। दिन का तापमान बीस डिग्री तक पहुंच गया।

ऊना से कांगड़ा तक गर्मी का असर

ऊना, सोलन और हमीरपुर में भी तापमान असामान्य रूप से अधिक रहा। इन जिलों में दिन का तापमान बीस से इक्कीस डिग्री के बीच दर्ज किया गया। कांगड़ा में भी इसी तरह की स्थिति देखी गई। यह दिसंबर के लिए असामान्य मौसम है।

लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी जैसे ठंडे इलाके भी अछूते नहीं रहे। यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री अधिक रहा। आमतौर पर यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। इस बार ऐसा नहीं हुआ है।

बिलासपुर और मंडी में घना कोहरा

बिलासपुर और मंडी जिले के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया हुआ है। रात और सुबह के समय दृश्यता काफी कम हो गई है। इससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। ड्राइवरों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। कोहरे में धीमी गति से वाहन चलाने को कहा गया है। फॉग लैंप का उपयोग करने की सलाह दी गई है। अनावश्यक यात्रा टालने की सिफारिश की गई है।

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हिमपात के बाद तापमान में आएगी गिरावट

अधिकारियों का मानना है कि हिमपात के बाद स्थिति बदलेगी। न्यूनतम तापमान में महत्वपूर्ण गिरावट आ सकती है। जनजातीय क्षेत्रों में शीतलहर की स्थिति बन सकती है। लोगों को ठंड से बचाव के उपाय करने चाहिए।

प्रशासन ने हिमपात से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। सड़कों को खुला रखने के इंतजाम किए गए हैं। बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। आपात स्थिति के लिए टीमें तैनात की गई हैं।

किसानों और पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट

हिमपात का पूर्वानुमान किसानों के लिए अच्छी खबर है। सर्दियों की फसलों के लिए यह लाभदायक होगा। पानी की उपलब्धता बढ़ने से वसंत ऋतु में भी फायदा मिलेगा। बागवानी पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

पर्यटकों के लिए यह समय बर्फ देखने का अवसर लेकर आया है। हालांकि यात्रा करते समय सावधानी बरतनी होगी। ठंड से बचने के लिए उचित कपड़े ले जाने चाहिए। स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।

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