Himachal News: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने पुराने विद्यार्थियों के लिए एक विशेष मौका दिया है। शैक्षणिक सत्र 2018-19 और उसके बाद के छात्र अब अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं। उनके पास दस जनवरी तक परीक्षा फॉर्म भरने का समय है। इस तारीख के बाद विलंब शुल्क लगेगा।
विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। शनिवार को इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी की गई। यह सुविधा बीए, बीएससी, बीकाम और शास्त्री की डिग्री के लिए है। डिवीजन सुधार के लिए भी छात्र आवेदन दे सकते हैं।
दस हजार रुपये प्रति वर्ष देनी होगी फीस
डिग्री लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को फीस देनी होगी। उन्हें प्रति वर्ष दस हजार रुपये का भुगतान करना होगा। यह राशि संबंधित शैक्षणिक वर्ष के लिए निर्धारित है। विद्यार्थियों को अपने सभी पिछले वर्षों की फीस जमा करनी होगी।
यह कदम उन छात्रों के लिए राहत भरा है जिनकी डिग्री अधूरी रह गई थी। कई कारणों से वे परीक्षा नहीं दे पाए थे। अब उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने का एक और अवसर मिला है। इससे उनके शैक्षणिक और पेशेवर भविष्य को नई दिशा मिलेगी।
दस जनवरी तक बिना विलंब शुल्क के फॉर्म भरने की सुविधा
विश्वविद्यालय ने दस जनवरी की अंतिम तिथि तय की है। इस तारीख तक विद्यार्थी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के फॉर्म जमा कर सकते हैं। दस जनवरी के बाद फॉर्म स्वीकार किए जाएंगे लेकिन विलंब शुल्क लगेगा। इसलिए छात्रों को समय का ध्यान रखना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां से संबंधित फॉर्म डाउनलोड करना होगा। सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ फॉर्म जमा करना होगा। कोई भी संदेह होने पर विश्वविद्यालय कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
कार्यकारी परिषद ने दी थी मंजूरी
यह निर्णय विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में लिया गया। परिषद ने इस प्रस्ताव पर विस्तार से विचार किया। उसने पुराने छात्रों की समस्याओं को समझा। अंत में सभी सदस्यों ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी।
शनिवार को आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी गई। इस अधिसूचना में सभी महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं। विद्यार्थियों को इन निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करना चाहिए। गलत जानकारी देने पर आवेदन रद्द हो सकता है।
डिवीजन सुधार का भी मिलेगा मौका
यह सुविधा केवल डिग्री पूरी करने तक सीमित नहीं है। जो छात्र अपने डिवीजन में सुधार करना चाहते हैं वे भी आवेदन कर सकते हैं। उन्हें भी दस जनवरी तक फॉर्म भरना होगा। यह अवसर उनके लिए भी महत्वपूर्ण है।
बेहतर डिवीजन से रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं। सरकारी नौकरियों में भी डिवीजन का महत्व होता है। इसलिए विद्यार्थियों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। यह उनके भविष्य के लिए एक सही निवेश साबित होगा।
विद्यार्थियों को किन बातों का रखना होगा ध्यान
विद्यार्थियों को अपने सभी मूल दस्तावेज तैयार रखने चाहिए। मार्कशीट और पहचान पत्र अनिवार्य हैं। फॉर्म में दी गई सभी जानकारी सही और पूर्ण होनी चाहिए। गलत जानकारी देने पर आवेदन रद्द हो सकता है।
फीस का भुगतान निर्धारित मोड के माध्यम से करना होगा। भुगतान की रसीद सुरक्षित रखनी होगी। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर विश्वविद्यालय कार्यालय से संपर्क करना चाहिए। समय सीमा का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
इस निर्णय से कितने छात्र होंगे लाभान्वित
यह निर्णय सैकड़ों छात्रों के लिए लाभदायक साबित होगा। कई वर्षों से उनकी डिग्री अधूरी पड़ी थी। रोजगार और आगे की शिक्षा में यह बाधा बन रही थी। अब वे इस समस्या से मुक्ति पा सकेंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन का यह कदम छात्र हित में है। इससे शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा। राज्य के युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। उनकी शैक्षणिक यात्रा फिर से शुरू हो सकेगी। यह उनके जीवन में एक नया मोड़ ला सकता है।
