Himachal News: हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी ने पर्यटन का नजारा बदल दिया है। मनाली और लाहुल-स्पीति जैसे लोकप्रिय स्थल बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। इस सर्द मौसम ने पर्यटकों के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं। काजा से मनाली आ रहे पांच मध्य प्रदेशीय पर्यटकों का वाहन छतड़ू में बर्फ में फंस गया। ठिठुरती ठंड में फंसे इन पर्यटकों को पुलिस रेस्क्यू टीम ने रातभर की कार्रवाई के बाद सुरक्षित निकाला।
रात डेढ़ बजे मिली थी सूचना
यह घटना गत रात की है जब छतड़ू में फंसे पर्यटकों ने आधी रात डेढ़ बजे किसी तरह डीडीएमए को अपने फंसे होने की सूचना दी। डीडीएमए ने यह सूचना कोकसर थाने में दी। सूचना मिलते ही पुलिस की रेस्क्यू टीम फॉर बाई फॉर वाहन में मौके के लिए रवाना हो गई। टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए फंसे हुए सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला। कोकसर से करीब 20 किलोमीटर दूर फंसे इन पर्यटकों को सुरक्षित कोकसर पहुंचाने में सुबह के साढ़े पांच बज गए।
पुलिस ने दी सलाह
केलंग की एसपी शिवानी मैहला ने बताया कि पुलिस के बचाव दल ने गंभीर मौसम में भी सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की। उन्होंने राहगीरों से आग्रह किया कि कुंजुम, बारालाचा और शिंकुला जैसे दर्रे पार करते समय मौसम का विशेष ध्यान रखें। पुलिस ने पर्यटकों को बर्फ पर गाड़ी न चलाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अगर वाहन फंस जाए तो ब्रेक न लगाएं। ब्रेक लगाने से वाहन और ज्यादा फिसल सकता है। फॉर बाई फॉर वाहन का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
हिमाचल में मौसम का बदलता मिजाज
हिमाचल प्रदेश में मौसम में आ रहा बदलाव एक बड़े रुझान को दर्शाता है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल का औसत तापमान बढ़ रहा है . वर्ष 2050 तक प्रदेश का औसत तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस और बढ़ सकता है . इससे मौसम के मिजाज में और बदलाव आएगा। जलवायु परिवर्तन के इस दौर में अचानक भारी बर्फबारी और अनियमित मौसम की घटनाएं बढ़ सकती हैं .
पर्यटकों के लिए सुरक्षा सलाह
पहाड़ों की यात्रा कर रहे पर्यटकों के लिए सुरक्षा को सबसे ऊपर रखना जरूरी है। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों पर हमेशा ध्यान देना चाहिए। बर्फीले इलाकों में यात्रा करते समय वाहन की उचित तैयारी आवश्यक है। टायर चेन और अन्य सुरक्षा उपकरण साथ रखने चाहिए। सर्दियों के मौसम में अचानक होने वाली बर्फबारी से सड़कें बंद हो सकती हैं। ऐसे में यात्रा की पूरी जानकारी लेकर ही निकलना उचित रहता है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस की भूमिका
इस घटना ने पुलिस की रेस्क्यू टीम की कार्यक्षमता को उजागर किया है। ठंड की रात में भी टीम ने त्वरित कार्रवाई कर पर्यटकों की जान बचाई। इस तरह के ऑपरेशन पहाड़ी इलाकों में आम हैं। स्थानीय प्रशासन ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहता है। पर्यटकों को चाहिए कि वे हमेशा आपातकालीन संपर्क नंबर अपने पास रखें। किसी भी मुसीबत की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। इससे बचाव कार्यों में आसानी होती है।
