रविवार, दिसम्बर 21, 2025

हिमाचल: 6 मेडिकल कॉलेजों में 389 डॉक्टरों की भर्ती, 26 दिसंबर तक आवेदन

Share

Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में बड़ी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। तीन सौ नवासी पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। यह भर्ती प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए है। अटल आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय मंडी ने यह प्रक्रिया शुरू की है।

आवेदन की अंतिम तिथि छब्बीस दिसंबर तय की गई है। लिखित परीक्षा बारह जनवरी 2026 को आयोजित होगी। परीक्षा के बाद उन्नीस जनवरी को अस्थायी मेरिट सूची जारी की जाएगी। अंतिम सूचना और काउंसलिंग चौबीस जनवरी को होगी।

पहली बार विश्वविद्यालय करेगा भर्ती

यह पहली बार है जब विश्वविद्यालय इस तरह की भर्ती कर रहा है। इससे पहले नियुक्ति का अलग तरीका था। मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य स्वयं आवेदन आमंत्रित करते थे। एमबीबीएस के अंक और अनुभव के आधार पर चयन होता था।

अब नई रेजीडेंट डॉक्टर पॉलिसी 2025 लागू हुई है। इसके तहत पारदर्शी और खुली भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। सभी पदों के लिए एक ही परीक्षा आयोजित होगी। इससे योग्यता आधारित चयन सुनिश्चित होगा।

विभिन्न संस्थानों में पदों का बंटवारा

आइजीएमसी शिमला में चौहत्तर पद भरे जाएंगे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में सबसे अधिक पचहत्तर पद हैं। नाहन मेडिकल कॉलेज में बावन पदों के लिए भर्ती होगी। चंबा मेडिकल कॉलेज में इकसठ पद रिक्त हैं।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश: अनुसूचित जाति आयोग ने 12 वर्षीय बालक की मौत के मामले में पुलिस को तीन दिन में रिपोर्ट देने का दिया आदेश

हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में इक्यावन पद भरे जाएंगे। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में पच्चीस पदों पर नियुक्ति होगी। एम्स शिमला स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भी इक्यावन पद हैं। कुल मिलाकर यह एक बड़ी भर्ती प्रक्रिया है।

आवेदन शुल्क और पात्रता मानदंड

आवेदन करने वाले उम्मीदवार को पांच हजार रुपये शुल्क जमा करना होगा। हिमाचल प्रदेश का बोनाफाइड प्रमाण पत्र अनिवार्य है। जिनके पास यह प्रमाण पत्र नहीं है उन्हें जनरल श्रेणी में रखा जाएगा।

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए अलग प्रावधान है। चार लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले ईडब्ल्यूएस श्रेणी में आएंगे। सभी दस्तावेजों का सत्यापन कड़ाई से किया जाएगा। गलत जानकारी देने पर आवेदन रद्द होगा।

परीक्षा पैटर्न और चयन प्रक्रिया

बारह जनवरी को होने वाली परीक्षा नब्बे मिनट की होगी। इसमें नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान रहेगा। एक से अधिक उम्मीदवार एक ही विभाग के लिए आवेदन कर सकते हैं। फिर मेरिट के आधार पर ही चयन होगा।

यह भी पढ़ें:  निरमंड विवाद: जल शक्ति विभाग की वायरल तस्वीर पर मुकेश अग्निहोत्री ने दी सफाई, जानें क्या कहा

परीक्षा के बाद अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाएगी। इसके आधार पर काउंसलिंग की जाएगी। उम्मीदवार अपनी पसंद के संस्थान और विभाग चुन सकेंगे। सीटों की उपलब्धता के आधार पर आवंटन होगा।

विश्वविद्यालय ने की तैयारियां पूरी

अटल आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने जानकारी दी। डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हैं। यह विश्वविद्यालय की पहली बड़ी भर्ती परीक्षा होगी। इसके लिए विस्तृत योजना बनाई गई है।

परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने पर जोर दिया जा रहा है। सभी आवश्यक मानकों का पालन किया जाएगा। कोई भी अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरी प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी।

डॉक्टरों की कमी दूर करने का प्रयास

यह भर्ती प्रक्रिया प्रदेश में डॉक्टरों की कमी दूर करने का प्रयास है। सभी मेडिकल कॉलेजों में रिक्त पदों को भरा जाएगा। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा। रोगियों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।

नए डॉक्टरों की नियुक्ति से अस्पतालों का कार्यभार कम होगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी। ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा। इससे समग्र स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होगी।

Read more

Related News