Himachal News: Himachal Pradesh की महिलाएं अब अपनी सुरक्षा को लेकर ज्यादा सजग हो रही हैं। सामाजिक डर के कारण जो महिलाएं पुलिस के पास नहीं जा पातीं, वे अब सीधे महिला आयोग से संपर्क कर रही हैं। राज्य महिला आयोग ने शिकायतों के लिए एक व्हाट्सऐप नंबर भी जारी किया है। आयोग ने पिछले चार महीनों में रिकॉर्ड 650 मामलों का निपटारा किया है। इससे पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
डर के कारण पुलिस से नहीं करतीं शिकायत
कई बार महिलाएं लोक-लाज या परिवार के डर से पुलिस थाने नहीं जाती हैं। वे अपने परिजनों को भी आपबीती बताने से कतराती हैं। ऐसी स्थिति में Himachal Pradesh महिला आयोग ने पहल की है। पिछले चार महीनों में आयोग को सीधे 50 फोन कॉल आए हैं। इन महिलाओं ने फोन पर अपनी समस्या बताकर न्याय की गुहार लगाई। अब व्हाट्सऐप नंबर जारी होने से महिलाएं घर बैठे आसानी से लिखित शिकायत भेज सकती हैं।
इन मामलों में मिलेगी सीधी मदद
महिला आयोग घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ और दहेज उत्पीड़न जैसे मामलों को गंभीरता से ले रहा है। इसके अलावा एसिड अटैक, रेप, हत्या के प्रयास और इज्जत के नाम पर हत्या के मामले भी दर्ज होंगे। आयोग कार्यस्थल पर भेदभाव, साइबर अपराध और ऑनलाइन उत्पीड़न की शिकायतें भी सुनेगा। वेश्यावृत्ति और तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर भी आयोग सख्त कार्रवाई करेगा।
जिलों में अदालत लगाकर सुलझाए जा रहे केस
Himachal Pradesh महिला आयोग की अध्यक्ष विद्या नेगी ने बताया कि पेंडिंग मामलों को तेजी से निपटाया जा रहा है। आयोग की टीम हर जिले में जाकर अदालत लगा रही है। पिछले तीन साल से अध्यक्ष का पद खाली होने के कारण करीब 1600 मामले लंबित थे। वर्तमान टीम ने चार माह के भीतर इनमें से 650 मामलों का समाधान कर दिया है। सरकार द्वारा अध्यक्ष का पद भरने के बाद काम में तेजी आई है।
