रविवार, दिसम्बर 21, 2025

हिमाचल प्रदेश: 22 दिसंबर से प्रमुख अस्पतालों में शुरू होगा डॉक्टरों का विंटर वेकेशन

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Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टरों का शीतकालीन अवकाश शुरू हो रहा है। यह अवकाश 22 दिसंबर से प्रारंभ होगा। अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। डॉक्टरों को दो चरणों में अवकाश पर भेजा जाएगा।

इस व्यवस्था से स्वास्थ्य सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रहेंगी। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय टांडा इस सूची में शामिल है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भी इस योजना का हिस्सा है।

पहले चरण का अवकाश 22 दिसंबर से शुरू

पहलेचरण का शीतकालीन अवकाश 22 दिसंबर से शुरू होगा। यह अवकाश 28 जनवरी तक चलेगा। इस अवधि में पहले बैच के चिकित्सक अवकाश पर रहेंगे। दूसरे चरण की शुरुआत 30 जनवरी से होगी। यह चरण आठ मार्च तक जारी रहेगा।

29 जनवरी को एक कॉमन डे रखा गया है। इस दिन पहले चरण के डॉक्टर अपना कार्यभार सौंपेंगे। वे इसे दूसरे चरण में आने वाले चिकित्सकों को ट्रांसफर करेंगे। इससे कार्यों के हस्तांतरण में सुविधा होगी।

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सीनियर रेजिडेंट्स का अवकाश कार्यक्रम

सीनियर रेजिडेंट्स केलिए भी अवकाश कार्यक्रम तय किया गया है। उनकी छुट्टियां 22 दिसंबर से शुरू होंगी। यह अवकाश 20 फरवरी तक चलेगा। सीनियर रेजिडेंट्स के लिए दो बैच बनाए गए हैं। पहले बैच का अवकाश 22 दिसंबर 2025 से 20 जनवरी तक रहेगा।

दूसरे बैच का अवकाश 22 जनवरी से 20 फरवरी तक निर्धारित है। 21 जनवरी को सीनियर रेजिडेंट्स के लिए कॉमन डे रहेगा। इस दिन कार्यभार का हस्तांतरण होगा। इस व्यवस्था से अस्पतालों में कर्मचारियों की उपलब्धता बनी रहेगी।

कमला नेहरू और अटल अस्पताल भी शामिल

कमलानेहरू अस्पताल भी इस अवकाश योजना का हिस्सा है। अटल सुपर स्पेशलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान चमियाणा भी इसमें शामिल है। इन सभी संस्थानों में चिकित्सक पहले चरण में अवकाश पर जाएंगे। अस्पताल प्रबंधन ने यह व्यवस्था रोगियों के हित में बनाई है।

इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की रुकावट न आने देना है। दो चरणों में अवकाश देने से अस्पतालों में डॉक्टरों की पर्याप्त संख्या बनी रहेगी। इससे मरीजों को समय पर इलाज मिलता रहेगा।

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अस्पताल प्रबंधन ने की विस्तृत योजना

अस्पताल प्रबंधन नेइस अवकाश काल की विस्तृत योजना बनाई है। उन्होंने सभी विभागों में डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टर तैयार किया है। इस रोस्टर में अवकाश पर गए डॉक्टरों के विकल्प भी शामिल हैं। आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह सक्रिय रहेंगी।

ओपीडी और अन्य आवश्यक सेवाएं भी जारी रखी जाएंगी। प्रबंधन ने सुनिश्चित किया है कि रोगियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सभी आवश्यक दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता भी बनाए रखी जाएगी।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस योजना को मंजूरी दी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के अनुसार ही अवकाश कार्यक्रम बनाया गया है। इससे पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर बना रहेगा।

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