Himachal News: धर्मशाला के तपोवन में सोमवार को Himachal Pradesh विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। यह सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा। कार्यवाही की शुरुआत बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक बाबू राम गौतम को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में शोक प्रस्ताव रखा। सत्तापक्ष और विपक्ष ने मौन रखकर दिवंगत आत्मा को नमन किया। इस बार का सत्र काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं।
विधायी कार्य और अहम प्रस्ताव
सदन में श्रद्धांजलि के तुरंत बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। इसके बाद राष्ट्रपति और राज्यपाल से मंजूर विधेयकों को पटल पर रखा जाएगा। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह नगर निगम संशोधन अध्यादेश-2025 पेश करेंगे। वहीं, भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार होली-उतराला सड़क को नेशनल हाईवे घोषित करने की मांग उठाएंगे। सड़क हादसों में जान गंवाने वालों के आश्रितों की अनुदान राशि बढ़ाने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा।
आपदा और कानून व्यवस्था पर चर्चा
सदन में Himachal Pradesh में आई आपदा और प्रभावितों की समस्याओं पर नियम-62 के तहत चर्चा होगी। यह मांग कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने संयुक्त रूप से की है। इसके अलावा विपक्ष ने कानून व्यवस्था और नशे के बढ़ते नेटवर्क पर सरकार को घेरने की तैयारी की है। भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने अपराध के मुद्दों पर विशेष चर्चा की मांग की है।
विपक्ष के तेवर आक्रामक
सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भाजपा विधायक दल की बैठक ली। उन्होंने साफ कहा कि विपक्ष जनता के मुद्दों को पूरी ताकत से उठाएगा। जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया है। विपक्ष पंचायत चुनाव आयोग से टकराव और खराब वित्तीय प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सरकार को बेनकाब करेगा।
सबसे लंबा सत्र और डिप्टी स्पीकर का चुनाव
यह अब तक का सबसे लंबा शीतकालीन सत्र माना जा रहा है। इसमें कुल 8 बैठकें होंगी और 744 सवाल पूछे जाएंगे। सत्र के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव भी हो सकता है। यह पद विनय कुमार के इस्तीफे के बाद से खाली है। 28 नवंबर और 4 दिसंबर को प्राइवेट मेंबर डे रखा गया है। इस दिन विधायक अपने क्षेत्र के मुद्दे उठा सकेंगे।
