Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में शनिवार रात से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बड़ा बदलाव आया है। राज्य की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई है जबकि मैदानी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। लाहुल घाटी में इस मौसम की पहली बर्फबारी ने तापमान में भारी गिरावट दर्ज की है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक खराब मौसम की चेतावनी जारी की है।
रोहतांग दर्रे और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण यह मार्ग यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। इससे लाहुल-स्पीति जिले में आवाजाही प्रभावित हुई है। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। बर्फबारी का सिलसिला आने वाले घंटों में और तेज होने की संभावना है।
कुल्लू घाटी में रविवार सुबह से हो रही लगातार बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया है। हालांकि, लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन की आशंका बनी हुई है। पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वह अगले कुछ दिनों में यात्रा करते समय मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें। स्थानीय निवासी भी बारिश के दौरान सतर्कता बरत रहे हैं।
लाहुल घाटी में हुई बर्फबारी ने पूरे क्षेत्र की सुंदरता को निखार दिया है। बारालाचा दर्रे सहित पूरे लाहुल क्षेत्र में बर्फबारी जारी है। इस मौसम में यह पहली बार है जब इतनी भारी बर्फबारी देखने को मिली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बर्फबारी का यह सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।
धौलाधार में हल्की बर्फबारी
धौलाधार की ऊंची चोटियों पर भी हल्की बर्फबारी देखने को मिली है। हालांकि यह बर्फबारी लाहुल जितनी गहन नहीं है, लेकिन इससे तापमान में गिरावट जरूर आई है। धौलाधार की पहाड़ियों पर सफेद बर्फ की चादर बिछ गई है। इससे पर्यटकों के लिए इस क्षेत्र की खूबसूरती और बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को बारिश और ओलावृष्टि के लिए येलो अलर्ट जारी किया था। वहीं, सोमवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस अलर्ट के मुताबिक, राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वह सुरक्षित स्थानों पर रहें।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता आठ अक्टूबर तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होती रहेगी। निचले इलाकों में भारी बारिश जारी रह सकती है। मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और समय-समय पर अपडेट जारी कर रहा है।
इस मौसम परिवर्तन का सीधा असर कृषि पर भी पड़ने की आशंका है। बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वह अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। बागवानी वाले इलाकों में भी सतर्कता बरतने की जरूरत है।
पर्यटन पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने सभी जरूरी तैयारियां कर ली हैं। बर्फबारी वाले इलाकों में राहत और बचाव दलों को तैनात किया गया है। आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
